गिरिडीह : जिले में पदस्थापित सहायक पुलिस कर्मीयों का आंदोलन जारी है। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत अपनी मांगों की प्राप्ति को लेकर शुक्रवार से शुरू चरणबद्ध आंदोलन में आंदोलनकारी सहायक पुलिस कर्मीयों ने पहले चार से छ्ह सितंबर तक काला बिल्ला लगाकर कार्य किया। वहीं सोमवार से सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
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इस बाबत सहायक पुलिस कर्मियों ने कहा कि गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड, रांची एवं पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) की ओर से निर्गत आदेश के आलोक में राज्य के बारह अतिनक्सल प्रभावित जिलों में 25 सौ सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है। जिसका मानदेय मात्र 10 हजार रुपए है। नियुक्ति के बाद तब रघुवर सरकार ने कहा था कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद सहायक पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति कर दी जाएगी, इसका विज्ञापन में भी उल्लेख है।
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इसके बाद भी वर्तमान झारखंड सरकार का रवैया सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति काफी उदासीन है। जबकि सहायक पुलिस कर्मी श्रावणी मेला से लेकर कोरोना महामारी के दौरान भी अपनी डिप्टी निभाते आए हैं। बताया कि काला बिल्ला लगाकर काम करने के बाद भी सरकार ने उनकी सुधि नहीं ली है। इसलिए आंदोलन के अगले कड़ी के रूप में अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू किया गया है। इसके बाद भी सरकार फैसला नहीं लेती है तो मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर उग्र आंदोलन किया जाएगा।