गिरिडीह : झारखंड, पश्चिम बंगाल और देश के विभिन्न प्रांतों में रह रहे सराक जैन समाज के लोगों ने सादगी के साथ श्रद्धापूर्वक महावीर जन्म कल्याणक दिवस मनाया। लॉकडाउन के कारण समाज के सदस्यों ने अपने-अपने घरों में ही पूजा पाठ और अन्य धार्मिक अनुष्ठान पूरा किया।
समाज द्वारा घोषित कार्यक्रम के तहत लोगों ने घरों में पूरे श्रद्धा भाव से सुबह से ही विशेष स्नात्र पूजन और सुबह 9 से 10 बजे तक एक घंटे का श्री नवकार महामंत्र का जाप किया। इस दौरान लोगों ने भगवान महावीर से देश और पूरे विश्व को कोरोना महामारी से मुक्त करके मानवता को बचाने के प्रार्थना की।
झारखंड के शिखरजी स्थित सराक भवन जैन मंदिर, जामताड़ा के नाला प्रखंड के सालकुंडा, बिंदापाथर और कुंडहित गांव सहित बोकारो, गिरिडीह, रांची, धनबाद और अन्य जिलों और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, बांकुड़ा, बर्दमान जिलों में स्थित विभिन्न जैन मंदिर में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सादगी से पूजा अर्चना की गई। प्राचीन जैन सराक महासंघ के रितेश सराक ने बताया कि इस अवसर पर ऑनलाइन चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन सबसे खास रहा। इसमें झारखंड, बंगाल और देश के विभिन्न भागों में रह रहे सराक जैन समुदाय के बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
चित्रकारी के माध्यम से बच्चों ने कोरोना से बचाव का संदेश दिया। इस प्रतियोगिता में बच्चों ने घर बैठे चित्रकारी की और व्हाट्सएप के माध्यम से निर्णायक को भेज दिया। प्रतियोगिता को लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। इधर शाम को समाज के लोगों ने अपने घरों में दीप प्रज्जवलित कर तीर्थंकर महावीर को नमन करने का भी कार्यक्रम रखा।