गिरिडीह : अखिल विश्व गायत्री परिवार गिरिडीह के द्वारा शनिवार को चचघरा में सामूहिक गायत्री महामंत्र जप अनुष्ठान किया गया एवं गायत्री महामंत्र एवं महामृत्युंजय महामंत्र से आहुतियां दी गई। बताया गया कि मनुष्य मात्र को उज्जवल भविष्य प्राप्त हो इस उद्देश्य के साथ जाप किया गया। वहीं शाम के वक्त गायत्री दीप महायज्ञ का आयोजन किया गया।
मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार के कामेश्वर सिंह ने कहा कि प्रतिदिन हर मनुष्य को 15 मिनट गायत्री महामंत्र का जप करना चाहिए। इसके करने से मन में छाए हुए नकारात्मकता का अंत होता है। सत्यप्रवृत्तियों का विकास होता है। जिससे मनुष्य को स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है।
वेद मूर्ति पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने कहा है कि विकृत चिंतन ही रोग शोक का मूलभूत कारण है। जब मनुष्य गायत्री महामंत्र का जप एवं सूर्य का ध्यान करता है तो उसके अंदर बुरे विचार समाप्त हो जाते हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में किशन महतो, नारायण महतो, डूमर महतो, भागीरथ प्रसाद सिंह, तुलसी पंडित एवं ग्रामीणों का सहयोग रहा।