गिरिडीह : भेलवाघाटी पंचायत सचिव विजय राम भदानी हत्या मामले में पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार को एसपी अमित रेणु ने प्रेसवार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दी. एसपी श्री रेनू ने बताया कि बीते 24 अगस्त को भेलवाघाटी थाना में सुखदेव राम भदानी के द्वारा लिखित आवेदन देकर अपने छोटे भाई विजय राम भदानी के गरंग घाट से लापता होने की जानकारी दी गई। शिकायत पर भेलवाघाटी में भेलवाघाटी थाना में कांड संख्या 25/20 दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई.
खोजबीन को लेकर चलाया गया सर्च अभियान
वहीं अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र रहने के कारण मामले को गंभीरता से लेते हुए लापता विजय राम भदानी की बरामदगी को लेकर खोरीमहुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नवीन कुमार सिंह के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठित कर जांच शुरू की गई. इस दौरान भेलवाघाटी देवरी एवं तीसरी थाना क्षेत्रों के साथ-साथ बिहार बॉर्डर से लगे जंगली क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया गया.
पूछताछ में मिली हत्या की जानकारी
अभियान के दौरान मैनुअल इनपुट एवं तकनीकी शाखा से मिले विशेष इनपुट के आधार पर भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के बरमसिया गांव से राधिका देवी एवं जमुई बिहार के चरका पत्थर थाना क्षेत्र के रहने वाला राजू यादव को भेलवाघाटी स्थित ही राधिका देवी के घर से पास से ही पुलिस बल के द्वारा पकड़ कर पूछताछ किया गया. एसआईटी द्वारा गहन पूछताछ में दोनों ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि 23 अगस्त को उन लोगों ने ही अपने सहयोगी रमकु हांसदा उर्फ राजेश और राकेश उर्फ बहिरा के साथ मिलकर भेलवाघाटी के घाटा पहाड़ी जंगली क्षेत्र में मेन रोड के बगल में एक खुले मैदान में बहुत सारे छोटे बड़े चट्टानों के बीच विजय को राम भदानी को पत्थरों से कूच कर मार दिया.
उनलोगों के द्वारा बताया गया कि अपहरण के दिन ही रात के 7:30 बजे के बाद उसकी हत्या कर दी गई. स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर एसआईटी की टीम घाटा पहाड़ी पहुंची और सर्च अभियान चलाकर छोटे बड़े पत्थरों के बीच विजय राम भदानी का शव बरामद किया. इस दौरान टीम ने पाया कि प्रथम दृष्टया उसके सर पर पूर्ण रूप से कुचला हुआ है एवं खून के छींटे अगल-बगल चट्टानों में पड़े थे.
निशानदेही पर रमकु को किया गया गिरफ्तार
गिरफ्तार दोनों की निशानदेही पर टीम ने तीसरी थाना क्षेत्र के दलपतडीह पहाड़ी क्षेत्र एवं बूटबरिया पहाड़ी क्षेत्र में सर्च अभियान चलाकर रमकु हांसदा को भी गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में इसने विजय राम की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की. और बताया कि राजू यादव के बार-बार फोन करने पर वह बजाज डिस्कवर मोटरसाइकिल से घाटा पहाड़ी गया था. वहां राजू यादव एक महिला तथा तीन चार आदमी पहले से थे उनमें से वह सिर्फ राजू यादव को ही पहचानता है क्योंकि राजू यादव इसके साथ नक्सली दस्ते में काम कर चुका है. पहुंचने के थोड़ी देर बाद महिला विजय राम भदानी को फोन करके बुलाई जिसके बाद वह वहां पहुंचा और फिर राजू यादव एवं अन्य लोग मिलकर पत्थर से कूच कर उसे मार दिया.
राजू यादव को अवैध संबंध की जानकारी होने से बढ़ी बात
एसपी ने बताया कि राधिका देवी द्वारा स्वीकारोक्ति बयान में स्पष्ट रूप से बताया गया कि राजू यादव से उसका आठ 10 वर्षों से अवैध संबंध चल रहा था. इसी बीच राजू यादव के जेल जाने के बाद पंचायत कार्य में उसकी पहचान विजय राम भदानी के साथ हुई फिर लगातार भदानी से उसकी बातचीत होने लगी एवं वे लोग एक दूसरे से मिलने लगे.
मिलने से मना करने पर विजय राम भदानी संबंध बनाने पर मना कर दोगी तो तुमको पंचायत का कोई काम नहीं देंगे और तुम्हारा इंदिरा आवास नहीं बनने देंगे की बात करता था. इसके बाद राजू यादव के जेल से आने के बाद उसे पंचायत सचिव के साथ राधिका देवी के अवैध संबंध की जानकारी हो गई. जिसके बाद राजू यादव उसे प्रताड़ित करने लगा.
बहुत दिनों से बना रहा था हत्या किए जाने का प्लान
इसके बाद राजू यादव ने विजय राम भदानी को शारीरिक संबंध बनाने के बहाने निजी स्थान पर बुलाकर उसकी हत्या कर देने और आपस के बीच का कांटा हटा देने का प्लान बनाया. इसी बीच 23 अगस्त को 8 बजे सुबह उसने विजय राम भदानी से प्लान के अनुसार बातचीत शुरू की. फिर शाम के 7.30 से 8 बजे उससे घाटा पहाड़ी में बुलाया. इस दौरान यहां पहले से घात लगाकर बैठे राजू यादव रमकु हांसदा तथा अन्य के द्वारा धक्का मार कर विजय राम भदानी को बड़े पत्थरों के बीच गिरा दिया गया और उसका हाथ बांधकर पत्थर से उसका सिर कुचल कर उसकी हत्या कर दी.
दोनों के विरुद्ध दर्ज है पहले से कई मामले
एसपी श्री रेणु ने बताया कि राजू यादव म नक्सली कांड में जेल जा चुका है एवं इसके विरूद्ध जमुई जिला के अन्य थानों में भी कांड दर्ज होने की सूचना है. वहीं रमकु हांसदा कुख्यात नक्सली सिद्धू कोरा गिरोह में काम करने तथा जेल जाने की बात प्रकाश में आई है. इस संबंध में इसका भी आपराधिक इतिहास प्राप्त किया जा रहा है. बताया कि रमकु हांसदा के पास घटना में प्रयोग बिना नम्बर वाला डिस्कवर मोटरसाइकिल, राजू यादव के पास घटना में प्रयुक्त सैमसंग मोबाइल, राधिका देवी के पास घटना में प्रयुक्त नोकिया मोबाइल, घटनास्थल से अपहृत विजय राम भदानी का शव, चश्मा, चप्पल आदि बरामद किया गया है.
कांड दर्ज होने के 48 घंटे के अंदर हुआ मामले का खुलासा
उन्होंने बताया कि गुमशुदगी की घटना निश्चित तौर पर काफी संवेदनशील थी. जिसे गिरिडीह पुलिस द्वारा कांड दर्ज होने के 48 घंटे के अंदर ना सिर्फ कांड का उद्भेदन किया गया बल्कि हत्याकांड में शामिल मुख्य तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
टीम में ये थे शामिल
एसआईटी टीम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी खोरीमहुआ नवीन कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक तीसरी परमेश्वर लियांगी, जमुआ अंचल पुलिस अधीक्षक विनय कुमार राम, भेलवाघाटी थाना प्रभारी जलालुद्दीन खान, तीसरी थाना पुलिस अवर निरीक्षक उत्तम उपाध्याय, लोकानयनपुर थाना प्रभारी सुरेश लिंडा, देवरी थाना प्रभारी अनूप रोशन भेंगरा, तीसरी थाना में पदस्थापित साधन कुमार, रोशन कुमार, देवरी थाना के नीतीश कुमार, देवरी थाना सहायक अवर निरीक्षक दिन्दर उरांव, भेलवाघाटी थाना सहायक अवर निरीक्षक जूलियस बेक, तकनीकी शाखा के जोधन महतो, पितांबर कुमार पांडेय एवं एसडीपीओ के शामिल थे.
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