
गिरिडीह : पचंबा बस डिपो का विवादित 17 एकड़ 72 डिसमिल रैयती खाते की जमीन का मालिक कौन है, इससे पर्दा उठाने के लिए उपायुक्त के निर्देश पर मंगलवार से जांच शुरू हो गई है।जांच के पहले दिन गिरिडीह अंचल के सीओ रवि भूषण प्रसाद अपने दल बल के साथ विवादित सरजमी पर पहुंचे और सबसे पहले जमीन का सीमांकन प्रारंभ किया।

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इस विवादित प्लौट पर एक बड़ा भूभाग आज भी परती पड़ा है।जबकि बचे भाग पर कई पक्के निर्माण भी हो चुके हैं।जिस की भी जांच होगी।इस संबंध में सीओ रवि भूषण प्रसाद ने बताया कि जांच टीम के निर्देश के आधार पर वह पहले दिन पूरे प्लॉट का सीमांकन करेंगे,जिसके बाद विवादित जमीन से जुड़े तमाम दस्तावेजों को रिकार्ड रूम में खंगाला जाएगा और फिर जमीन के सभी दावेदारों को दस्तावेज के साथ अपना अपना पक्ष रखने के लिए समय दिया जाएगा। जिसके बाद पूरी जांच टीम इस मामले की गहनता से जांच करेगी और फिर इसके बाद इस से पर्दा उठेगा की जमीन का मालिक आखिर कौन है,गौरतलब है कि बस डिपो के विवादित सत्रह एकड़ जमीन को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और गिरिडीह के विधायक सुदीव्य कुमार सोनू के बीच लंबे आरोप-प्रत्यारोप के बाद नतीजा जांच तक पहुंचा है जिसमें कई बड़े भूमाफिया का नाम भी शामिल है। विवादित प्लॉट पर दावा करने वाले सुरेश गुप्ता समेत दूसरे पक्ष से एक कांग्रेस नेता समेत दिवंगत चिकित्सक के बेटे और गिरिडीह के दो नामचीन छड़ फैक्ट्री के मालिक की भी इस पूरे प्रकरण में संलिप्तता बताई जा रही है। फिलहाल अभी कहना मुश्किल है इस मामले में कौन दोषियों या निर्दोष है।जांच पूरा होने के बाद ही इस विवादित प्लॉट का असली मालिक का नाम सामने आएगा।