गिरिडीह : लॉकडाउन को देखते हुए सराक प्राचीन जैन महासंघ ने धार्मिक ई पाठशाला की शुरुआत की है। ऑनलाइन ई पाठशाला के शुरू होने से सराक जैन समाज को काफी लाभ हो रहा है। खासकर बच्चों को घर बैठे जैन धर्म का ज्ञान और संस्कार सीखने का अवसर मिल रहा है। सराक समाज की ई पाठशाला में धार्मिक शिक्षक के रूप में बंगलुरु से धनंजय मंडल, अहमदाबाद से अनूप सराक, शिखरजी से काजल कुमार राय और जामताड़ा से असित माजी अपनी नि:शुल्क सेवा दे रहे हैं।
बच्चों में संस्कार विकसित करना उद्देश्य
सभी धार्मिक शिक्षक बच्चों को जैन धर्म की शिक्षा दे रहे हैं। ई पाठशाला के कोर्डिनेटर प्रसेनजीत माजी ने बताया कि सराक समाज के बच्चों में जैन धर्म के संस्कार विकसित करने के उद्देश्य से ई पाठशाला की शुरुआत की गई। इसमें झारखंड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, तामिलनाडु और राजस्थान में रह रहे सराक समाज के बच्चे जुड़कर ऑनलाइन जैन धर्म का ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं। बताया कि धार्मिक पाठशाला से जुड़े सभी बच्चों को सराक महासंघ की ओर से पूजा सामग्री का सेट, पुस्तक आदि प्रोत्साहन के तौर पर दिया जाएगा।