
गिरिडिह : पुलिस और
सीआरपीएफ के द्वारा लागातार नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे सर्च अभियान के दबाव के कारण नक्सल मूमेंट जिले में अब समाप्ति के कगार पर है,संगठन के बड़े लिडर भी पुलिस के समक्ष समर्पण करने लगे है। भाकपा माओवादी संगठन के सबसे बड़ा मास्टरमाइंड और सब जोनल कमांडर 5 लाख के इनामी नक्सली 45 वर्षीय नुनुचंद महतो उर्फ नुनुलाल उर्फ नुनुचंद टाइगर ने जिले में आत्मसमर्पण कर दिया है।मंगलवार को प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी जिले के पुलिस कप्तान अमित रेनू ने दी।न्यू पुलिस लाईन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान आत्मसमर्पण निधि के तहत पुलिस कप्तान ने नक्सली नुनुचंद महतो उर्फ नुनुलाल उर्फ नुनुचंद टाइगर को मुख्य धारा में लौटने के लिये शुभकामनाएं दी और अत्मसमर्प निधि के तहत गुलदस्ता और ₹5लाख का चेक देकर सम्मानित भी किया।प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस कप्तान अमित रेणु ने बताया कि सीआरपीएफ बल के सहयोग से पारसनाथ क्षेत्र में लगातार चल रहे नक्सली अभियान के दबाव में गिरिडीह जिला पुलिस के कम्युनिटी पुलिसिंग के दौरान किए जा रहे कार्य के प्रभाव के बाद इतने बड़े माओवादी संगठन के मास्टरमाइंड सरेंडर किया। एसपी ने बताया कि नुनुचंद पीरटांड़ प्रखंड अंतर्गत खुखरा पंचायत के बरहागढ़ी निवासी है।और वर्ष 2008 में गोविंद मांझी के कहने पर अजय महतो के द्वारा दस्ता में शामिल किया गया था।

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वर्ष 2012-13 में इसे पारसनाथ क्षेत्र के सब जोनल कमांडर बना दिया गया।उन्होंने बताया कि इन दिनों के भीतर नुनुचंद के विरुद्ध गिरिडीह जिला में कुल 59 कांड दर्ज है। जबकि धनबाद जिला में कुल 9 कांड और बोकारो जिला में चार कांड शामिल है। कांड के बारे में पुलिस कप्तान श्री रेणु ने बताया कि पीरटांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पूर्णानगर पांडेडीह के बीच बम लगा कर एसआईएस सिक्योरिटी की गाड़ी उड़ाने में उनका नाम दर्ज है। जिसमें 5 जवानों की मृत्यु हो गई थी। इसके अलावे साईं वर्धन के रिसर्च करने वाले तीन व्यक्तियों के अपहरण के बाद छापेमारी में लगी सीआरपीएफ के जवान मुठभेद में कई पुलिस जख्मी हो गई थी। खुखरा पंचायत अंतर्गत पंचायत भवन तुईयो को विस्फोट कर उड़ाने में इसका सहयोग रहा। इसके अलावे कई मामला इसके विरुद्ध दर्ज है।