
गिरिडीह : कोलयरी बचाव संघर्ष मंच के आंदोलन के बीच मंगलवार को मैथन पॉवर लिमिटेड के द्वारा ओपेनकास्ट परियोजना से कोयला उठाव शुरू कर दिया गया. मामले को लेकर कोलियरी बचाव संघर्ष मंच के द्वारा धरनास्थल पर जोरदार नारेबाजी कर विरोध जताया गया. वहीं तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परियोजना पदाधिकारी एस के सिंह, एसडीपीओ अनिल सिंह, थाना प्रभारी आर एन चौधरी की उपस्थिति में कोयला उठाव शुरू किया गया.
लड़ाई अभी चलेगी और हम इस लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार हैं : राजेश यादव
इस बाबत मौके पर उपस्थित राजेश यादव ने कहा कि पुलिस प्रशासन व बाहर के लोगों के भरोसे एक गिरोह बनाकर ताकत के बल पर लोकतंत्र का हनन करके रोडसेल से कोयला उठाव शुरू किया गया है. कहा कि कल तक जो एमपीएल के विरोध में थे आज वही कोयला उठाव में साथ दे रहे हैं. बताया कि आने वाले दिन में ये मुद्दा यहां एक बड़ा संघर्ष का कारण बनेगा. कहा कि ये लड़ाई अभी चलेगी और हम इस लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार हैं.
दलालों को चिन्हित कर उसे पीछे धकेलने का काम करेंगे : राजेश सिन्हा
माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि एमपीएल के विरोध करने वाले प्रतिनिधि आज अपने घर में एमपीएल का कार्यालय चला रहे हैं.ये बहुत ही निंदनीय है. यदि एमपीएल का कार्यालय घर में चलाना है तो बड़ा बड़ा बोर्ड लगा दें. लोकल मजदूरों का संगठन तैयार कर हम दलालों को चिन्हित कर उसे पीछे धकेलने का काम करेंगे. वहीं उनके प्रतिनिधियों से गठबंधन का पर्दाफास करेंगे.

विज्ञापन
पैसे के बल पर हमारी आवाज को कुचला जा रहा है : कम्पू यादव
वहीं ट्रक एसोसिएशन के कम्पू यादव ने कहा कि हमलोग एमपीएल का विरोध नहीं कर रहे हैं. हमलोग रोडसेल से कोयला उठाव का विरोध कर रहे हैं. गिरिडीह में जितने भी विलुप्त कोयला के सिंडिकेट है. वे यहां पर कोयला गुंडा राज लाना चाहते हैं. कम्पू यादव ने सरकार व जिला प्रशासन से न्याय की मांग की है. कहा कि यदि न्याय नहीं मिलता है तो हमलोग उठाव में साथ देने वालों के यहां जाकर आत्महत्या करेंगे. पैसे के बल पर हमारी आवाज को कुचला जा रहा है.
पहले दिन 13 वाहनों से किया गया उठाव
इधर एमपीएल के कोयला उठाव कर रहे जय माता दी रोडवेज के विश्वजीत सिंह ने कहा कि भारत सरकार द्वारा आवंटित कोयला के तहत उठाव किया जा रहा है. मजदूरों के साथ जो हमारा करार है. उसे हम देने का काम करेंगे. आज 13 वाहनों से उठाव किया जा रहा है. 23 सितम्बर तक 1992 टन कोयले का आवंटन है जिसका उठाव किया जायेगा. वहीं अगले महीने 15 सौ टन का आवंटन है जिसका उठाव किया जायेगा.