गिरिडीह : अपनी मांगों की पूर्ति के लिए डीलरों ने आंदोलन का विगुल फूंक दिया है. इसी कड़ी में सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत फ्रेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन के बैनर तले डीलरों ने पपरवाटांड स्थित न्यू समाहरणालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया. वहीं धरना प्रदर्शन के बाद एक शिष्टमंडल ने उपायुक्त से मुलाकात कर प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा. धरना प्रदर्शन में जोरदार नारेबाजी करते ही डीलरों ने अपनी मांगों की पूर्ति किए जाने की मांग की.
बताया गया कि कोरोना जैसे महामारी की स्थिति में डीलरों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया. इसके बावजूद उनके साथ ना इंसाफी की जा रही है. हमें न तो सकारी कर्मियों के समकक्ष दर्जा दिया जाता है और न ही जीवन-यापन के लिए पर्याप्त कमीशन या प्रोत्साहन भत्ता ही दिया जाता है. कोरोना योद्धा का दर्जा तक नहीं दिया गया और न ही मृत विक्रेताओं को मुआवजा ही दिया गया, जबकि राजस्थान सरकार ने 50 लाख रू० दिये, गुजरात सरकार ने 25 लाख की घोषणा की और पं० बंगाल ने 2 लाख देने का आदेश दिया.
अगुवायों ने कहा कि ऑल इंडिया फेडरेशन के माध्यम से बार-बार ज्ञापन धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट करने का लगातार प्रयास किया गया है, लेकिन दुर्भाग्यवश हमारी मांगों को गम्भीरता से नहीं लिया गया. कहा कि यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होती है तो आगे जोरदार ढ़ंग से आंदोलन किया जायेगा.