गिरिडीह : बिजली की समस्या से परेशान होकर भारत यूटिलिटि (शिखरजी जल) के निदेशक राजेश कुमार सिन्हा ने बिजली विभाग के महाप्रबंधक को आवदेन देकर आत्मदाह की बात कही है। उन्होंने आवेदन में अपनी वेदना को प्रकट करते हुए कहा है कि भारत यूटिलिटि (शिखरजी जल) का प्लांट उन्होंने बेंगाबाद के छछन्दो गांव में स्थापित किया है। बिजली विभाग से कनेक्शन लेकर वे अपना प्लांट संचालित कर रहे हैं। उनके उपर विभाग का कोई बकाया भी नहीं है। लेकिन इस बावजूद पिछले एक पखवारे से विभाग की ओर से अनियमित बिजली की कटौति की जा रही है।
शिकायत के बावजूद नहीं हुई कोई पहल
इसको लेकर उन्होंने कई बार शिकायत विभाग के कनीय अभियंता से लेकर विभाग के सहायक अभियंता व कार्यपालक अभियंता के पास दूरभाष से किया है। मगर अबतक इस पर विभाग की ओर से कोई पहल नहीं की गई है।
झेलनी पड़ रही है आर्थिक व सामाजिक क्षति
कहा है कि गर्मी के इस मौसम में पानी की बिक्री अधिक होती है, लेकिन बिजली के अभाव में प्लांट पूरी तरह से बंद हो गया है। इस स्थिति में वे अपने ग्राहकों के पास पानी की आपूर्ति नहीं कर पा रहा हैं। पानी उत्पादन बंद रहने के कारण बैंक से लिये ऋण का भुगतान भी वे नहीं कर पा रहे हैं। इस स्थिति में उन्हें आर्थिक व सामाजिक क्षति झेलनी पड़ रही है। वहीं आपूर्ति नहीं कर पाने के कारण अब बना बनाये ग्राहक भी खो रहे हैं।
बिजली विभाग की होगी आत्मदाह की जवाबदेही
अपने दिए आवेदन में राजेश कुमार सिन्हा ने कहा है कि मेरे साथ जुड़े मजदूरों के समक्ष भी परेशानी खड़ी हो गई है। विभाग की इस लापरवाही से हम काफी परेशान हैं। इस स्थिति में मेरा पूरा भविष्य अंधकारमय हो गया है। बिजली के अभाव में प्लांट के बंद हो जाने से हम काफी परेशान है। इस स्थिति में हम काफी डिप्रेशन में चले गये हैं। विभागीय लापरवाही अब मुझे जीवन जीने की इच्छा भी खत्म हो गई है। उन्होंने विभाग को सूचित करते हुए कहा है कि वे एक मई को दोपहर के एक बजे विभाग के कार्यालय के समक्ष विभागीय परेशानी से तंग आकर आत्मदाह कर लेंगे। उनके पास मात्र यही विकल्प बचा है। कहा कि आत्मदाह की सारी जबाबदेही बिजली विभाग की होगी।
उन्होंने विभाग के महाप्रबंधक के नाम लिखे आवेदन की प्रतिलिपि विद्युत अधीक्षण अभियंता, गिरिडीह, कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग, गिरिडीह (ग्रामीण), सहायक अभियंता, विद्युत विभाग, गिरिडीह
उपायुक्त गिरिडीह और गिरिडीह विधायक को भी प्रेषित किया है।