हजारीबाग : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने को लेकर देश लॉकडाउन से गुजर रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसको लेकर पहले ही विश्वविद्यालय की ओर से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं, जिसका लाभ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी ले रहे हैं और लॉकडाउन की स्थिति में भी अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं।
अब आईसेक्ट विश्वविद्यालय की ओर से ऑनलाइन प्लेसमेंट मुहैया कराए जाने को लेकर तैयारी अंतिम चरण में है। इस संदर्भ में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने बताया कि शुरुआत से ही आईसेक्ट विश्वविद्यालय आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने में विश्वास रखता है। यही कारण है कि लॉकडाउन के बावजूद ऑनलाइन कक्षाओं के सहारे विद्यार्थियों को पढ़ाई जारी है।
कंपनियों से चल रही है बातचीत
उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीकों के सहारे ही विश्वविद्यालय ऑनलाइन प्लेसमेंट तैयारी में भी जुट गई है और जल्द ही ऑनलाइन प्लेसमेंट के जरिए कई विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य को लेकर सजग है। उन्होंने बताया कि कई कंपनियों से बातचीत चल रही है और कई कंपनियों की बातचीत अंतिम दौर पर है जिसमें विप्रो, विनायक इंफोसॉफ्ट, गोदरेज एग्रोवेट, ऑनलाइन रिक्रूटमेंट एजेंसी, आईएसएबी कंसलटेंट, सीगल एडवरटाइजिंग एजेंसी, ट्रीवर्स इंटरप्राइजेज, अमेज़न, हेल्पिंग इंडिया, एकेबी पावर कंसलटेंट, बोस कॉरपोरेशन, आभा एनजीओ, जन जागरण केंद्र, नाइन क्लाउड सॉल्यूशन सहित कई कंपनियों के नाम शामिल हैं।
प्लेसमेंट के लिए ब्लू प्रिंट तैयार
उन्होंने बताया कि अब विश्वविद्यालय के इस पहल से विद्यार्थियों के प्लेसमेंट में इजाफा होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि हर कोर्स को लेकर प्लेसमेंट के लिए ब्लू प्रिंट तैयार की जा रही है और जल्द ही इसे पूरा भी कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के साथ साथ अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को पर्सनालिटी डेवलपमेंट की ऑनलाइन कक्षाएं भी प्रदान की जा रही है ताकि प्लेसमेंट के लिए विद्यार्थियों को पूरे तौर से तैयार किया जा सके।
दिखेगा दूरगामी और सकारात्मक प्रभाव
ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग के इंद्रजीत घोष ने बताया कि प्लेसमेंट की दिक्कतों को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उच्च स्तरीय कमेटी के गठन का प्रस्ताव है, ताकि प्लेसमेंट को 100 फीसदी सफल बनाया जा सके। साथ ही उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय प्लेसमेंट की सुविधाएं विद्यार्थियों के लिए मुहैया कराती रही है, लेकिन अब ऑनलाइन प्लेसमेंट सुविधाएं मुहैया कराने से इसका लाभ ज्यादातर विद्यार्थी उठा पाएंगे और इसका दूरगामी और सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।