लॉकडाउन से गायब है ठेकेदार
गिरिडीह : कोडरमा-गिरिडीह रेलवे लाइन में विद्युतीकरण का काम कर रहे बांकुड़ा (पश्चिम बंगाल) तथा बिहार के 19 मजदूर लॉकडाउन के कारण गिरिडीह में फंसे हैं. वहीं इनसे काम लेने वाला ठेकेदार गायब हो गया है. जिससे मजदूरों के सामने भुखमरी की समस्या हो गई है. ये सभी मजदूर फिलहाल बेरगी में हैं. शनिवार को मजदूरों की समस्या की जानकारी मिलते ही पूर्व जिला परिषद सदस्य सह माले नेता राजेश यादव तथा माले के गिरिडीह विस प्रभारी राजेश सिन्हा बेरगी पहुंचे और मजदूरों का हाल जाना.
मौके पर मजदूरों ने बताया कि वे पिछले 1 साल से कोडरमा-गिरिडीह रेलवे लाइन में विद्युतीकरण का काम जिस ठेकेदार के अधीन कर रहे थे, वह लॉकडाउन होते ही गायब होगया. स्थानीय समाजसेवी पप्पू राय के द्वारा जब माले नेताओं को दी गई, तो उन्होंने ठेकेदार से फोन पर बात की जिसके बाद ठेकेदार ने मजदूरों के खाते में थोड़ी बहुत राशि भिजवाई. जिससे उनका अभी तक बमुश्किल गुजारा हो पाया, लेकिन अब समस्या गंभीर हो गई है.
नहीं हो रहा सरकार की अपील का असर
इधर मजदूरों से मिलने के बाद माले नेताओं ने कहा कि सरकार की ओर से स्पष्ट रूप से लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने पर भी कंपनियों अथवा ठेकेदारों को उनके अधीनस्थ काम करने वाले मजदूरों की पगार देने की अपील है, लेकिन अमूमन ऐसा हो नहीं रहा है. कहा कि सिर्फ अपील करने के बजाय सरकार को इस संबंध में कड़े निर्देश जारी करने चाहिए थे, जो नहीं किया गया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
बीडीओ ने दिया आश्वासन
नेताओं ने जिला प्रशासन से इस तरह के फंसे हुए सभी मजदूरों का संज्ञान लेकर उनके लिए समुचित व्यवस्था करने की मांग की है. बाद में गिरिडीह प्रखंड प्रशासन को भी इस मामले को संज्ञान में देते हुए तत्काल उनके लिए राशन की व्यवस्था कराने का आग्रह किया गया. जिसपर गिरिडीह के बीडीओ गौतम भगत ने मजदूरों के लिए राशन मुहैया करने का आश्वासन दिया है.
ये मजदूर हैं शामिल
इस दौरान माले नेताओं ने मजदूरों को लॉकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन करने की सलाह दी और कहा कि, इसके बगैर कोरोना जैसे गंभीर वायरस से बचना नामुमकिन है. फंसे हुए मजदूरों में बिहार के पिंकु कुमार तथा मिथिलेश कु0 राय के अलावे बांकुड़ा के समीरुल मंडल, जमीरउद्दीन खान, समीरुल शेख, अब्दुल खालिक खान, रेहान खान, आशिक मंडल, जहांगीर मंडल, लुत्फ़र अली मंडल, शाहजहां मंडल, बादु बाउरी, समीर राय, सिपाई मोदी, बीरबल मोदी, ओसित बाउरी, राधेश्याम मांझी, गंगाधर बाउरी, धरनी बाउरी आदि है.