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जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले को समानता व ज्ञान का प्रतीक माना जाता है : संजय

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गावां : गावां प्रखंड अंतर्गत खरसान पंचायत के झाराढाब में इंकलाबी नौजवान सभा के पंचायत कमिटी ने रविवार को महात्मा ज्योतिबा फुले की 131वां महा परिनिवार्रण दिवस मनाया। इस दौरान संजय दास ने जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले को समानता और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।

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इनके बताए गए रास्ते पर चलने की जरूरत। समाज के वंचित वर्गों को मुख्य धारा में लाने के लिए किया गया, उनका संघर्ष हर पीढ़ी के लिए एक मिशाल बना रहेगा। कहा ज्योतिबा फुले एक ऐसे महान व्यक्ति थे,जिसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर शिक्षा और समानता का के अधिकार के लिए वर्षों लड़ाई लड़ी।उन्होंने भारतीय समाज में फैली अनेक कुरीतियों को दुर करने में समाज में समरसता लाने का प्रयास किया।महिलाओं और दलितों की अपमान भरी जिंदगी में बदलाव लाने के लिए वे हमेशा लड़ते रहे। जिस प्रकार से ज्योतिबा फुले अपने हक अधिकार के लिए आगे बढ़ने का प्रेरणा दिया। ठिक उसी तरहा देश में जबरन फांसी वाद लादा जा रहा है एवं देश के सरकारी संस्थाओं को निजी हाथों में बेचा जा रहा है ऐसे वक्त में संविधान एवं लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी युवाओं को आगे आने की जरूरत है एवं फांसी वाद को उखाड़ फेंकने की जरूरत है।
मौके पर जितेन्द्र रविदास, मुसाफिर रविदास, राहुल कुमार, गौतम कुमार,अजय कुमार, करण कुमार उपस्थित थे।

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