
गावां : कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन इनदिनों पुरे देश में चाइल्ड ट्रेफेकिंग बिल को पास करवाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को गांवा प्रखंड के गदर पंचायत में अभियान की शुरुआत की गई. बताया गया कि बाल विवाह, बाल मजदूरी एवं बाल व्यापार रोकने के उद्देश्य से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

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मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए पंचायत के मुखिया ब्रह्मदेव शर्मा ने कहा कि कोरोना के दौरान स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों की शिक्षा व सुरक्षा पर भी संकट बढ़ा है। पिछले लगभग 18 माह से स्कूल पूरी तरह से बंद हैं। जिसके परिणामस्वरूप पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह व बाल दुर्व्यापार की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं जिसे हर हाल में रोकना होगा। बाल श्रम, ट्रैफिकिंग व बाल विवाह के मुद्दे पर सामाजिक चेतना को जागृत करने के अभियान को जनांदोलन बनाने की जरूरत है। तभी इन सामाजिक बुराईयों को खत्म किया जा सकता है।
वहीं गदर पंचायत समिति सदस्य दिनेश्वर यादव ने कैलाश सत्यार्थी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि श्री सत्यार्थी जैसे महान व्यक्तित्व की प्रेरणा से हमारी ग्राम पंचायत को बालमित्र ग्राम के लिए चयनित किया गया।
गदर बाल पंचायत के मुखिया नरेश कुमार ने बच्चों की अवैध खरीद- फरोख्त को रोकने के लिए कैलाश सत्यार्थी के संघर्षों के बारे में बाताते हुए कहा कि ट्रैफिकिंग रोकने हेतु कानून बनाने की मांग को लेकर आदरणीय कैलाश सत्यार्थी ने 2017 में कन्याकुमारी से दिल्ली तक भारत यात्रा का नेतृत्व किया था। जिसमें गिरिडीह व झारखंड के हज़ारों बच्चे भी शामिल हुए थे।
हम बाल पंचायत के बच्चे सरकार द्वारा प्रस्तावित एंटी ट्रैफिकिंग विधेयक का सनर्थन करते हैं तथा गिरिडीह व कोडरमा के सांसदों से निवेदन करते हैं कि इसे पास करने में सहयोग करें जिससे कि हम बच्चों की सुरक्षा हो सके। सत्यार्थी फाउंडेशन के सहायक परियोजना पदाधिकारी उदय राय ने बताया कि आज बाल मित्र ग्राम गदर, मालडा ,महेशपुर,सिरी ,ककमारी समेत 7 बाल मित्र ग्रामो में जन जागरूकता अभियान का कार्यक्रम चलाया गया। यह अभियान एक सप्ताह तक चलाया जाएगा।