
गिरिडीह : आवास योजना को आवंटित करने में गिरिडीह नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल धर्मशाला ट्रस्ट की जमीन को निगम ने पीएम आवास योजना के लिए आवंटित कर दिया है। इसको लेकर अंचलाधिकारी की ओर से उपायुक्त को आवेदन के माध्यम से जांच प्रतिवेदन सौंपा गया। बताया गया कि नगर निगम कर्मियों की जलसाजी से दिनेश कुमार पांडे और नीरज कुमार पांडे ने केडिया धर्मशाला के कुल 41 डिसमिल जमीन में प्रधानमंत्री आवास योजना बना लिया है। गड़बड़ी को देखते हुए धर्मशाला के लोगों ने इसकी सूचना सीओ को दिया गया। जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई। इस दौरान धर्मशाला के प्लॉट की नापी की गयी। जिसके बाद पूरा मामला उजागर हुआ।
नापी के बाद यह स्पष्ट हुआ कि निगम के पदाधिकारियों और कर्मियों ने प्लॉट की जांच के बगैर ही पेठियाटांड के निरज पांडे और दिनेश पांडेय के नाम पर पीएम आवास आवंटित कर दिया।

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धर्मशाला के संचालकों की शिकायत पर गिरिडीह उपायुक्त ने संज्ञान में लेते हुए निगम के उप नगर आयुक्त राजेश प्रजापति को जल्द से जल्द इस मामले की जांच का आदेश दिया है।
मालूम हो कि सदर अचंल के पचंबा के मंडरडीह मौजा के थाना नंबर-85, खाता नंबर-81 और प्लॉट नंबर 391 केडिया धर्मशाला ट्रस्ट के नाम पर है. प्लॉट का कुल रकबा 1.55 एकड़ में फैला हुआ है। जिसमें रजिस्ट्री डीड से 0.53 एकड़ और 1.02 एकड़ पहले से हासिल है। जबकि इस प्लॉट को गुली पांडेय और महाराज पांडेय ने शंकर केडिया और सीता केडिया को बेचा था।
धर्मशाला के ट्रस्टी विकास केडिया ने बताया कि यह धर्मशाला 1962 इस्वी से चला हुआ आ रहा है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि अतिक्रमण तरीके से घर बनाए लाभुक के ऊपर जल्द से जल विभागीय कार्यवाही की जाए। साथ ही इस मामले में मिलीभगत कर्मचारियों पर भी अविलंब कार्रवाई की मांग की है।