सरिया : फर्जी तरीके से रेल टिकट बनाने के आरोप में एक युवक को रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक बगोदर थाना क्षेत्र के अटका का 36 वर्षीय अशोक कुमार है।
इस बाबत प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि अशोक कुमार अटका बाजार में अशोक टेलीकॉम नाम से दुकान चलाता है। इसी बीच रेल अधिकारियों को रेलवे बोर्ड नई दिल्ली व धनबाद रेल मंडल से ई टिकट दलाली के संबंध में सूचना मिली। इसके आधार पर रेलवे सुरक्षा बल स्थानीय बगोदर पुलिस को लेकर अशोक टेलीकॉम गयी। और पूछताछ को लेकर अशोक कुमार को ई टिकट बनाने में प्रयोग किए जाने वाले लैपटॉप व मोबाइल के साथ रेलवे सुरक्षा पोस्ट हजारीबाग रोड पर ले गई।
कर रहा था फर्जीवाड़ा
इस दौरान पूछताछ में अशोक ने बताया कि वह मोबाइल रिपेयरिंग, मोबाइल रिचार्ज, पे पॉइंट के साथ-साथ रेलवे, जहाज के टिकट बनाने का काम करता है। उसने बताया कि वह आईआरसीटीसी का अधिकृत एजेंट नहीं है फिर भी जिन्हें टिकट की आवश्यकता होती है वह अपने व्यक्तिगत आईडी से रेल टिकट बना कर बेचता है।
पूछताछ में उसने बताया कि यूट्यूब पर रियल मैंगो सॉफ्टवेयर के बारे में उसे जानकारी मिली जिसके बाद उसने ₹2000 पेटीएम के जरिए पेय कर उसने सॉफ्टवेयर की खरीदारी की थी। उसके बाद एनीडेस्क सॉफ्टवेयर के जरिए उसके लैपटॉप में उक्त सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर दिया गया था हालांकि काफी प्रयास के बाद भी वह एक भी टिकट नहीं बना सका।
बयान के बाद अधिकारियों ने उसके समक्ष लैपटॉप और मोबाइल चेक किया तो उसमें व्यक्तिगत आईडी से बनाया हुआ 19 अद्द रेल ई टिकट पाया गया। जिसमें एक लाइट टिकट है जिसका मूल्य 352 रुपया है तथा 30,408 रुपये का पास्ट टिकट मिला। इसके अलावा टिकट बनाने में प्रयोग में लाए गए 11 पर्सनल आईडी भी मिला है।
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
मौके पर रेल अधिकारियों के समक्ष अशोक कुमार ने अपनी गलती स्वीकार किया और माफी मांगने लगा इसके बाद सुरक्षा बल के द्वारा लैपटॉप, दो मोबाइल, व्यक्तिगत आईडी से बना कुल 19 अद्द टिकट जब्त किया तथा उसे गिरफ्तार कर परिजनों को इसकी सूचना दे दी। इस मामले में कांड संख्या 53/2020 दर्ज कर जांच का जिम्मा उ0 नि0 शिव बिहारी सिंह को सौंपा गया है।
फर्जीवाड़े के आरोप में पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
गौरतलब है कि महीने भर में यह दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले इस मामले में विष्णुगढ़ से एक युवक को गिरफ्तार किया गया था। वहीं इस मामले में बड़े सरगना का भी खुलासा हो चुका है। कई लोग इसमें गिरफ्तार हो चुके हैं।