
गिरिडीह : रोजगार की तलाश में बाहर गए प्रवासी मजदूर का जम्मू कश्मीर में करंट की चपेट में आकर मौत हो गई। मृतक जिले के सरिया थाना क्षेत्र के चिचाकी पंचायत निवासी स्वर्गीय सुकर महतो का 35 वर्षीय पुत्र डेगलाल महतो था।
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वह इसी साल फरवरी महीने में रोजगार की तलाश में ट्रांसमिशन कंपनी में कार्य करने जम्मू-काश्मीर गया था। बताया जाता है कि गुरूवार की शाम लगभग चार बजे कार्य के दौरान 11 हज़ार करंट लगने से उसकी मौत हो गई। परिवार की परवरिश के लिए वह दूसरे प्रदेश में कमाने गया था। डेगलाल महतो की मौत की खबर सुनकर उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वह अपने पीछे पत्नी इंदीया देवी, पुत्री अन्नू कुमारी(03) और मात्र छः माह की अंशू कुमारी को छोड़ गया।
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प्रवासी मजदूरों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने परिवार के प्रति सांत्वना व्यक्त करते हुए कहा कि मजदूरों के मौत की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है।इससे पूर्व हाल ही में डुमरी थाना क्षेत्र के मधगोपाली पंचायत के दुधपनिया निवासी कामेश्वर महतो की 23 जून को तमिलनाडु में पावर ग्रिड में कार्य करने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो थी। जबकि मधुबन थाना क्षेत्र के अतकी पंचायत अंतर्गत धावाटांड़ हुंडरो के रामेश्वर महतो की मौत 6 अप्रैल को मलेशिया में लाइरिको ट्रांसमिशन कंपनी में हो गई थी।जिनका शव तीन महीने बाद भी अभी तक उसके पैतृक गांव नहीं आ पाया है।


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