गिरिडीह : शहर के बरगंडा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में सोमवार को आचार्यों की बैठक की गयी। बैठक में विद्या भारती के ख्याली राम,क्षेत्रीय संगठन मंत्री,उत्तर पूर्व क्षेत्र एवं गोपेश घोष, प्रदेश सचिव, भारती शिक्षा समिति, बिहार ने बैठक को संबोधित किया। प्रधानाचार्य संजीव कुमार सिन्हा ने अतिथियों को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया
बच्चों को क्रिया आधारित और व्यवहारिक शिक्षा देने की आवश्यकता
मौके पर क्षेत्र संगठन मंत्री ने कहा कि विश्व वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है।ऐसे में बच्चों का आचार्यों के साथ प्रत्यक्ष पठन-पाठन कार्य स्थगित है। बीते लॉकडाउन के दौरान हमें बहुत कुछ नया सीखने को मिला।ऑनलाइन शिक्षा का प्रचार प्रसार प्रथम बार हुआ।इस शिक्षा से शिक्षक,बच्चे एवं अभिभावक अपने आप में नयापन महसूस किए।ऐसे समय में बच्चों को क्रिया आधारित और व्यवहारिक शिक्षा देने की आवश्यकता है।
इसे भी पढ़ें : प्रतिबंध के बावजूद दुकानों में बेचा जा रहा था गुटखा, की गई कार्रवाई
अभिभावक अपने बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा के साथ-साथ घर में उपलब्ध संसाधनों को भी शैक्षिक उपयोग में लाना चाहिए। महामारी अवसर देने आई है।प्रकृति से हमें प्रेम करना सीखना चाहिए।अक्षर और अंक ज्ञान के अलावे नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा का ज्ञान भी बच्चों को देना चाहिए।
अभाव में भी पूर्णता का भाव जगाना हम सबों का परम कर्तव्य
गोपेश घोष ने कहा कि वर्तमान समय से हमें नई सीख लेनी चाहिए।परिवार के बीच में अधिक समय रहकर लोगों ने बहुत कुछ सीखा है।अभाव में भी पूर्णता का भाव जगाना हम सबों का परम कर्तव्य है वर्तमान परिवेश में शिशुओं की शिक्षा चुनौतीपूर्ण है भैया बहनों के मानसिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास का होना भी आवश्यक है।
मौके पर क्षेत्र संगठन मंत्री ने सी बी एस ई द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण लेने वाले आचार्य राजीव रंजन विकास कुमार राजीव सिन्हा एवं श्री प्रवीण को प्रमाण पत्र प्रदान किया। बैठक में नलिन कुमार राजेंद्र लाल बरनवाल पृथा सिन्हा बेबी सरकार सुम्मी सौरभ एवं समस्त आचार्य दीदी उपस्थित थे।
इसे भी पढ़ें : अयोग्य कार्डधारी कर दें राशन कार्ड सरेंडर, वरना होगी कार्रवाई : डीएसओ