गिरिडीह : कोरोना महामारी के मद्देनजर देशभर में जारी लॉकडाउन से अब छोटे-छोटे रोजगार पर निर्भर लोग भूखे मरने की कगार पर पहुंच गए हैं। महामारी से लॉकडाउन के चलते ठप पड़े छोटे व्यवसाय में से साउंड-टेंट और फ्लावर डेकोरेशन से जुड़े लोगों के सामने भी अब आर्थिक संकट उत्पन्न हो रही है। शादी-विवाह सहित अन्य समारोह का रौनक बढ़ाने वाले संचालक सहित उनके यहां काम करने वाले सहयोगियों के चेहरे से रौनक गायब हो गई है, जैसे-जैसे लॉकडाउन बढ़ रहा चिंता की लकीरें उनके चेहरे पर बढ़ती जा रही है।
भारी नुकसान का करना पड़ा सामना
साउंड एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष रामजी ने बताया कि फरवरी से मई माह तक विवाह मुहूर्त की भरमार थी, जिसके चलते कुछ साउंड-टेंट, फूल वालों ने अपनी जमा पूंजी और कुछ ने महाजनों से ब्याज पर पैसा लेकर अपने बिजनेस में लगाया था,लेकिन लग्न शुरू होते ही कुछ ही दिन बाद ही देश में लॉकडाउन लग गया जिससे संचालकों को बहुत भारी नुकसान का सामना करना पड़ा।
सामान बंधक रखने को मजबूर
बताया कि ज़िले भर में यूनियन के पंजीकृत 18 सौ से अधिक लोग सीधे तौर पर जुड़े हैं। वहीं प्रत्येक ऑनर के यहां 3-4 सहयोगी काम करते हैं जो पूर्ण रूप से बेरोजगार हो गए हैं। लॉकडाउन में सरकार से इस क्षेत्र में कोई छूट नहीं मिलने इस क्षेत्र से जुड़े लोगों में 60% के सामने भूखमरी की स्थिति उतपन्न होना तय है। कई टैंट वालो को गोदाम-स्टाप को पैसा दे पाना किसी जंग के समान लग रहा, कुछ छोटे साउंड संचालक अभी से अपने सामानों को पैसे के बदले बंधक रखने को मजबूर हो रहे हैं।
दी जाय छूट
शुरुआत में संस्था ने जरूरत देखते हुए 1400 पैकेट अनाज ज़िले भर में वितरित किया। वहीं आज हालात बदलते देख, इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की मांग है कि लॉकडाउन बढ़ने की अवधि में इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी थोड़ी रियायत दी जाए, ताकि सभी अपना और अपने परिवार का जीविकोपार्जन कर सके।