
गिरिडीह : सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल ने नेशनल जियोग्राफिक के साथ हाथ मिलाकर एक अनोखी पहल की है। इस पहल के तहत, स्कूल के छात्रों ने नेशनल जियोग्राफिक के एक्सप्लोरर क्लासरूम के लाइव सत्र में भाग लिया, जिसमें कचरा पुनर्चक्रण पर चर्चा की गई।
इस सत्र में नाइजीरिया, ग्रीस और वाशिंगटन डीसी के छात्रों ने भी भाग लिया। सत्र का विषय कचरा पुनर्चक्रण था, जिसमें छात्रों ने कचरे की बढ़ती समस्या और पर्यावरण पर इसके प्रभावों पर चर्चा की। शारोना श्नैडर, एक युवा खोजकर्ता और पर्यावरणविद्, ने सत्र की मेज़बानी की और छात्रों को कचरा प्रबंधन के महत्व के बारे में बताया।
सत्र में भाग लेने वाले छात्रों ने अपने प्रश्नों के माध्यम से खोजकर्ताओं से जुड़ने का अवसर प्राप्त किया। छात्रों ने कचरे को हटाने, रिसाइकिल करने और इसके पर्यावरणीय प्रभावों के बारे में जानने के लिए तार्किक प्रश्न पूछे।
स्कूल की पहल की सराहना

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स्कूल के प्रबंध निदेशक जोरावर सिंह सलूजा ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनके बच्चे वैश्विक मुद्दों में रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज की शिक्षा को कक्षा तक ही सीमित नहीं रखा जाना चाहिए और छात्रों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों से जुड़ने का अवसर मिलना चाहिए।
भविष्य की योजनाएं
सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल की इस पहल से छात्रों को वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने और समाधान खोजने का अवसर मिलेगा। स्कूल का उद्देश्य छात्रों को समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार करना है।