गावां, गिरिडीह : गावां प्रखण्ड मुख्यालय में आधार कार्ड बनाया तो जा रहा है। मगर बिजली नहीं रहने से आधार कार्ड नही बन पाता है। जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ऐसे में जरूरतमंद लोगों को आधार कार्ड बनाने में पसीना छूट रहा है। आधार कार्ड बनाने के लिए जरूरतमंद लोग केवल अपने प्रखंड ही नहीं बल्कि दूसरे प्रखंड कार्यालयों का भी चक्कर लगा रहे हैं।
सबसे ज्यादा परेशानी राशन कार्ड धारकों को हो रही। प्रशासन ने फरमान जारी किया है कि राशन कार्ड की आधार सीडिग नहीं हुई तो या तो कार्ड रद होगा या फिर संबंधित सदस्यों का नाम निरस्त कर दिया जाएगा। वंही स्कूली बच्चों का भी आधार कार्ड बनाने के लिए परिजन परेशान दिखते है। साथ ही झारखण्ड सरकार ने राशन कार्डधारियो के लिए महीने में 250 रुपये पेट्रोल में सब्सिडी देने की बात कही मगर आधार कार्ड में मोबाइल नम्बर सीडिंग होना चाहिए।
जिसके वजह से कई लोग मोबाइल नम्बर जोड़ने के लिए प्रखण्ड मुख्यालय का चक्कर लगाते नजर आते है। वर्तमान स्थिति में आधार कार्ड सबों को जरूरी है। इसके बिना कोई भी कार्य संभव नहीं है। गावां बीआरसी में आधार कार्ड बनाया जा रहा था जो कुछ दिनों से बंद कर दिया गया है। प्रखंड कार्यालय भवन के एक कक्ष में आधार पंजीयन कक्ष स्थापित किया गया है।
जंहा बिजली रहने पर आधार कार्ड बनाया जाता है। जिसमे 5-6 लोगो का ही आधार कार्ड बन पाता है। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह घर से आठ बजे ही आधार कार्ड बनाने के लिए बच्चों को लेकर प्रखण्ड मुख्यालय पहुंच जाते है। बिजली नहीं रहने का बहाना बनाकर आधार कार्ड नहीं बनाया जाता है। जिससे काफी परेशानी होती है। सुबह से शाम तक भूखे बिना आधार कार्ड बनाये वापस जाना पड़ता है। छोटे छोटे बच्चे ने बताया कि आधार कार्ड बनाने के पहुंचे है मगर आधार कार्ड नही बना है जिससे हमलोगों का पढ़ाई में बाधित हो रहा है।
मामले में पहल हो जिप सदस्य
इधर जिप सदस्य इमरान अंसारी ने कहा कि मंगलवार दोपहर जब प्रखण्ड मुख्यालय पहुंचे तब पता चला कि बिजली होने के कारण आधार कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। प्रखण्ड मुख्यालय सोलर प्लेट व जनरेटर का व्यवस्था होने के बाद भी ऑपरेटर बहाना बनाकर आधार कार्ड नही बनाता है। गिरिडीह उपायुक्त महोदय से मांग करते है कि गावां प्रखण्ड के सभी प्रज्ञा केंद्र में आधार सेंटर खोला जाए। ताकि यंहा के जनता का आसानी से आधार कार्ड बन सके। उन्होंने कहा कि गावां में स्थाई बीडीओ नही होने से प्रखण्ड के जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सरकार से मांग करते है कि स्थाई बीडीओ व सीओ दे ताकि प्रखण्ड का काम सुचारू रूप से चल सके। वंही उन्होंने कहा प्रखण्ड कार्यालय में बने शौचालय में भी ताला लटका हुआ मिला। कई महिलाएं प्रखण्ड के 20-25 किलोमीटर दूर से आती है और उनलोगों को शौच जाने में काफी परेशानी होती है। शौचालय को जल्द से जल्द खोला जाए।