गिरिडीह : जिले के बिरनी थाना क्षेत्र के द्वारपहरी से इलेक्ट्रॉनिक दुकान संचालक के अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ना सिर्फ अपहृत दुकानदार को सकुशल मुक्त करा लिया बल्कि इस कांड में शामिल 6 आरोपियों को भी दबोच लिया है। सोमवार को एसपी अमित रेणु ने प्रेसवार्ता कर मामले की पुरी विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शनिवार की शाम अर्टिगा गाड़ी से आए 5 अपराधकर्मियों ने अपने आप को पुलिस बताकर इलेक्ट्रॉनिक दुकान संचालक हिमांशु मंडल को उठा लिया। वहीं उसे छोड़ने की एवज में परिजनों से 5 लाख फिरौती की मांग करने लगे। घटना के बाद अपहृत हिमांशु मंडल के भाई अमृत मंडल ने बिरनी थाना को घटना की सूचना देते दी। जिसके बाद पुलिस ने कांड दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया। सूचना पर फौरन एसपी अमित रेणु ने अलग-अलग चार टीमों का गठन किया।
खुद को साइबर पुलिस बताकर किया अपहरण
एसपी श्री रेणु ने बताया कि अरविंद मंडल व दीपक मंडल अपहरण का साजिश रच कर दिल्ली से चौपारण पहुंचे, वहां से शशि साव को योजना में शामिल किया, फिर शशि साव, संजय पंडा एवं अनिल पंडा को लेकर सभी गिरिडीह पहुंचे। यहां इन्होंने 1 दिन इधर उधर बिताया। वहीं दूसरे दिन यानि शनिवार को सुकर मंडल व विमल मंडल के सहयोग से पहचान करने के बाद पुलिस की कैमफ्लेज वर्दी खरीद कर शाम के करीब 7:30 बजे साइबर पुलिस बन कर हिमांशु मंडल का अपहरण कर लिया। इसके बाद ये सभी हिमांशु के मोबाइल से फोन कर परिजनों से 5 लाख की मांग की और उसे चतरा के मयूरहंड के बलिया जंगल में छुपा कर रखा।
फिरौती की रकम देने के क्रम में दबोचे गए अपराधी
पुलिस को सूचना मिलने के बाद टीम गठन कर छापामारी प्रारंभ किया गया। वहीं अपहृत के परिजन को पुलिस की निगरानी में पैसा लेकर बुलाए गए स्थान पर भेजा गया। पैसा लेने के लिए जैसे ही अपराधी बगोदर थाना क्षेत्र के अटका पहुंचे। सिविल में मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। मौके पर अर्टिगा कार समेत अरविंद मंडल व शशि साव पिस्टल के साथ पकड़ा गया। फिर इन दोनों की निशानदेही पर अपहृत हिमांशु को जंगल से बरामद कर लिया गया। इस दौरान यहां से संजय पंडा एवं दीपक मण्डल की गिरफ्तारी की गई। वहीं एक अन्य अभियुक्त अनिल पंडा मौके से भाग निकला। इसके बाद पुलिस ने हिमांशु के पहचान कराने वाले सुकर मंडल और विमल मण्डल को भी गिरफ्तार कर लिया।
छापेमारी टीम में ये थे शामिल
एसपी अमित रेनू के नेतृत्व में 4 टीम बनाई गयी थी। पहले टीम में बगोदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विनोद कुमार महतो, बगोदर थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह, हवलदार सनोज कुमार, सूरज कुमार, आरक्षित धनेश्वर साव शामिल थे, जबकि दूसरे टीम में खोरीमहुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नवीन कुमार सिंह, बिरनी थाना प्रभारी सुरेश कुमार मंडल, पुलिस अवर निरीक्षक रवि प्रकाश पंडित, हवलदार प्रफुल्ल सिंह मुंडा, आरक्षी पिंटू भारती शामिल थे, वहीं तीसरे टीम में की कमान जमुआ थाना प्रभारी संतोष कुमार राणा, हवलदार महेश कुमार पासवान, आरक्षी राहुल कुमार तिवारी, मोहम्मद शाहिद अंसारी, पवन कुमार, रणधीर कुमार सिंह शामिल थे। इसी तरह चौथे टीम में आरक्षी जोधन कुमार महतो, राजेश गोप, मनीष कुमार, अजीत कुमार, संजीत कुमार सिंह, रामानंद कुमार, कमलेश कुमार, नितिन कुमार सिंह शामिल थे।