गिरिडीह : अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद आज उन्हें सुपूर्द ए ख़ाक किया जाएगा। उनके जनाजे में शामिल होने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य मंत्री, विधायक व नेतागण मधुपुर पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी उनके जनाजे में शामिल होने जाने के दौरान कुछ देर के लिए गिरिडीह में रुके। मौके पर परिषदन में कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया।
इस दौरान उन्होंने हाजी हुसैन अंसारी के निधन पर दुःख जताते हुए इसे अपूर्णीय क्षति बताया। वहीं पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखी। कोरोना को लेकर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में रिकवरी रेट 86.43 है। इसे और बढ़ाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है। बताया कि हम और हमारी सरकार मौत के मामले में काफी संवदेनशील है। अबतक जितनी भी मौत हुई है उसके आंकड़ों को देखा जाय तो 96 प्रतिशत से अधिक डेथ के मामले में मल्टी ऑर्गन फैल होने से हुई है। कोरोना से पूर्व उन्हें कोई न कोई बीमारी थी जिसके बाद उनकी मृत्यु हुई है।
पूर्व के सरकार पर साधा निशाना
कोरोना पर केन्द्र से कितना सहयोग मिल पा रहा है इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऊंट के मुंह में जीरा का फौरन जितनी सहयोग ही केंद्र के द्वारा मिल रही है। उन्होंने राज्य के पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार राज्य में आरटीपीसीआर मशीन तक नहीं स्थापित की जा सकी। मगर जैसे ही राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार बनी। वैसे ही राज्य में 7 आरटीपीसीआर जांच मशीन स्थापित की गई। 142 स्थानों पर ट्रू नेट जांच की व्यवस्था की गई।
कहा कि पहले कोरोना जांच के लिए देशभर में 4500 रुपया लिया जा रहा था।जिसकी समीक्षा कर हमने 2400 कराया फिर पुनः समीक्षा कर उसे 1500 किया गया।
रिम्स के कुव्यवस्था के सवाल पर उन्होंने कहा कि हजारों मरीज वहां से ठीक हुए हैं। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं यहां से दिल्ली तक बढ़िया से बढ़िया अस्पताल में ऑपरेशन करवा सकता था। मगर मैंने रिम्स में करवाया। कोरोना संक्रमित होने पर भी रिम्स में ही उपचार करवाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश जी को कार्डियक अटैक हुआ तो वे पहले आदमी थे जो अस्पताल पहुंचे। कहा कि बेहतर सुविधा के लिए हम और हमारी सरकार प्रयासरत है। निगेटिव और पॉजिटिव दोनों पर विचार करने की आवश्यकता है। ऐसा नहीं है कि हम आपके शिकायत को नकारात्मक रूप से लेते हैं। हम इसमें पॉज़िटिव होकर काम करेंगे और कमी को दूर करेंगे।
जीडीपी के मुद्दे पर केंद्र को घेरा
इसके साथ ही मंत्री ने गिरते जीडीपी, अर्थव्यवस्था, बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। कहा कि मोदी सरकार किसान पर हमला कर रही है। एमएसपी छीन लिया गया है। और भाषणों में बोल रहे हैं कि एमएसपी देंगे। उन्होंने तो 15 लाख भी देने को कहा था। नोटबंदी के बाद काला धन वापस आने की बात कही थी। मगर सभी में सरकार विफल रही है।