खदान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी जता चुके हैं आपत्ति, बंद नहीं करने पर आंदोलन की दी थी चेतावनी
तिसरी : अंचल के मौजा बेलवाना प्लॉट संख्या 75, रकवा 8.72 एकड़ क्षेत्र पर धारित पत्थर खदान में खनन पट्टा से खनन व प्रेषण कार्य स्थगित करने का गिरिडीह खनन पदाधिकारी सतीश नायक द्वारा निर्देश दिया गया है। गुरुवार को जिला खनन कार्यालय द्वारा खदान संचालक एस. पच्चीसिया के नाम अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी दी गई।
बताया गया कि बेलवाना स्थित पत्थर खदान का खान निरीक्षक के द्वारा निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान स्टॉक पंजी नहीं मिलने , खनन पट्टा क्षेत्र पर आंशिक रूप से सीमा स्तम्भ मिलने,अनुमोदित खनन योजना के अनुसार खनन नहीं किए जाने ,पट्टा क्षेत्र में कार्यरत कर्मियों की सुरक्षा के कारगर उपाय व जूता – सुरक्षा टोपी जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं उपलब्ध नहीं कराने,खदान की गहराई तक अच्छी तरह से चौड़ाई नहीं रखने और खदान के आस – पास वृक्षारोपण नहीं करने जैसी अनियमिततायें पाई गई।
जिसके आधार पर झारखण्ड लघु खनिज समनुदान नियमावली 2004 यथा संशोधित 2017 के नियम A(2) के तहत खनन संबंधी कार्य अगले आदेश एक निलंबन किया गया है।
साथ ही खदान संचालक को अगले आदेश तक उक्त खदान से खनन / प्रेषण कार्य बंद रखने का सख्त आदेश दिया गया है।
माइनिंग से खदान के बगल से गुजरा बेलवाना – मनसाडीह मुख्य सड़क हुआ है प्रभावित
उक्त पत्थर खदान में किए जाने वाले ब्लास्ट से बगल से गुजरा बेलवाना – मनसाडीह मुख्य सड़क पूरी तरह प्रभावित हुआ है। सड़क पूरी तरह रसातल में जा चूका है, सड़क का ज्यादातर हिस्सा खदान की मिट्टी से ढंक चूका है, इतना ही नहीं सड़क पर जगह – जगह दरारें भी पड़ने लगी है।जहाँ लोगों का पैदल चलना तक दुभर हो गया है।
जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने भी कई बार इसकी शिकायत की थी।
बाबूलाल मरांडी ने सचिव व खनन पदाधिकारी को कराया था अवगत
पूर्व मुख्यमंत्री सह धनवार विधायक बाबूलाल मरांडी ने भी बीते दिनों उक्त खदान के मामले को लेकर सचिव और खनन पदाधिकारी को अवगत कराते हुए सड़क की ओर किए जाने वाले खनन को तत्काल बंद करने की मांग की थी। अन्यथा आंदोलन की भी चेतावनी दी थी।