गिरिडीह : जिले में प्रतिभावानों की कोई कमी नहीं है। चाहें बेटा हो या बेटी गिरिडीह के कई ऐसे होनहार हैं जो आज बड़े से बड़े उच्चे ओहदे में विराजमान होकर अपने परिवार समेत जिलेवासियों को गौरवान्वित कर रहे हैं। आज हम आपको बता रहे हैं समीक्षा सोंथालिया से डॉ. समीक्षा सोंथालिया बनने की कहानी। डॉ समीक्षा रिम्स टॉपर होने के बाद फिलवक्त इंटर्न के रूप में चैताडीह मातृत्व स्वास्थ्य केंद्र में अपनी सेवा दे रहीं हैं।
बचपन से पढ़ाई में रही अव्वल
गिरिडीह के व्हिटी बाजार की रहने वाली डॉ समीक्षा सोंथालिया बचपन से ही काफी प्रतिभाशाली रही हैं।उन्होंने 2013 में कार्मेल स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास की थी, उन्होंने आई सी एस ई बोर्ड में 96 प्रतिशत अंक के साथ गिरिडीह ज़िले में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। आगे प्लस टू की पढ़ाई के लिए उन्होंने बोकारो के डी पी एस में दाखिला लिया, जिसमें 2015 में 95 प्रतिशत नम्बरों के साथ उत्तीर्ण हुई एवं प्लस टू की पढ़ाई के साथ-साथ मेडिकल की भी तैयारी करती रहीं। उनकी अथक मेहनत का ही नतीजा था कि प्लस टू की पढ़ाई के साथ साथ उसी वर्ष मेडिकल की प्रवेश परीक्षा मे 29 वां स्थान प्राप्त किया और राज्य के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज रिम्स , रांची में दाखिला लिया।
डॉ समीक्षा की सफलता का क्रम यहीं नहीं रुका। अपनी मेहनत के बूते रिम्स, रांची में MBBS के 2020 बैच में 625 मार्क्स प्राप्त कर रिम्स टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया है।
परिवार को दिया श्रेय
दवा व्यवसायी पिता महेश एवं शिक्षिका संध्या सोंथालिया को अपनी सफलता का श्रेय देते हुए समीक्षा ने बताया कि अपने परिवार के सहयोग के कारण ही आज वो इस मुकाम पर पहुँची हैं।
बता दें कि कोरोना के माहौल में जब पूरे देश मे लॉक डाउन है, तब वो इंटर्न के रूप मे अपने गृह नगर गिरिडीह के चैताडीह स्थित हॉस्पिटल में अपनी ड्यूटी पूरे ईमानदारी के साथ निभा रही है।