
हजारीबाग : विविधताओं में एकता का देश कहे जाने वाले भारत में मौजूद विविध संस्कृति को एक धागे में पिरोकर भारतीय संस्कृति विशाल और अद्भुत बनती है। ऐसे में भारत जैसे देश में परफॉर्मिंग एवं फाइन आर्ट्स जैसे कोर्स काफी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। दरअसल इस कोर्स के तहत म्यूजिक, नृत्य, गायिकी, पेंटिंग, तबला, सितार, गिटार वादन व थिएटर की पढ़ाई कराई जाती है। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद बताते हैं कि परफॉर्मिंग आर्ट्स में डिग्री या डिप्लोमा जैसे कोर्स कर विद्यार्थी अपने करियर की राह आसान बना सकते हैं।
वह बताते हैं कि वर्तमान समय में परफॉर्मिंग आर्ट्स की अहमियत काफी बढ़ी है और फिल्म इंडस्ट्री के साथ साथ शिक्षा के क्षेत्र में अपने मंजिल की राह तलाशने की ख्वाब देखने वाले विद्यार्थियों के लिए परफॉर्मिंग आर्ट्स से पढ़ाई करना बेहतर साबित हो सकता है। परफॉर्मिंग एवं फाइन आर्ट्स का जिक्र करते हुए वह बताते हैं कि भारत में फिल्म इंडस्ट्री काफी बड़ी है और वहां बड़े पैमाने पर परफॉर्मिंग एवं फाइन आर्ट्स के विद्यार्थी अपना करियर बना सकते हैं। ऐसे विद्यार्थी जो बड़े और मेट्रो सिटी जैसे जगहों पर रहकर आर्थिक अभाव में पढ़ नहीं पाते ऐसे विद्यार्थियों के लिए आईसेक्ट विश्वविद्यालय एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
कोर्सेज उन छात्रों के लिए जो परफॉर्मिंग आर्ट्स में रखते हैं रुचि
वहीं विश्वविद्यालय में मौजूद परफॉर्मिंग एवं फाइन आर्ट्स के एचओडी आनंद कुमार बताते हैं कि परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्सेज उन छात्रों के लिए जो परफॉर्मिंग आर्ट्स में रुचि रखते हैं और इसमें अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए कक्षा 12वीं आर्ट्स विषय से पास करने के बाद कई परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्सेज उपलब्ध हैं। इन कोर्सेज को विशेष रूप से आवश्यक ज्ञान हासिल करने और आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद हेतु ही डिज़ाइन किया गया है। इस डोमेन में सबसे लोकप्रिय कोर्सेज परफॉर्मिंग आर्ट्स या बीपीए में बैचलर डिग्री है। इनके अलावा एमपीए, बीएफए व एमएफए की पढ़ाई भी कराई जाती है।

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विश्वविद्यालय कौशल आधारित क्वालिटी एजुकेशन के लिए प्रतिबद्ध
कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने जानकारी देते हुए बताया कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय कौशल आधारित क्वालिटी एजुकेशन के लिए प्रतिबद्ध है। यही कारण है कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों में बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी, एमकॉम, बीलिब, एमलिब के अतिरिक्त मैनेजमेंट के क्षेत्र में बीबीए, पीजीडीआरडी, एमबीए, कंप्यूटर साइंस एवं आईटी में डीसीए, पीजीडीसीए, बीसीए, बीएससी (आईटी) एमएससी (आईटी), कृषि के क्षेत्र में बीएससी (एग्रीकल्चर) , एमएससी (एग्रीकल्चर) , पत्रकारिता में बीजेएमसी, एमजे, योग में एमए इन योगा, पीजी डिप्लोमा इन योगा जैसे व्यवसायिक कोर्स चलाए जा रहे हैं ताकि विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ तकनीकी और कौशल के क्षेत्र में भी महारत हासिल कर उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर हो सके।
आधुनिक प्रवेश के लिए तैयार करना उद्देश्य
उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य तकनीकी स्तर पर कुशल, पारंपरिक ज्ञान, मूल्य आदि का विद्यार्थियों में विकास करते हुए उन्हें आधुनिक प्रवेश के लिए तैयार करना है। उनहोंने बताया कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास के लिए समय समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम , यूथ फेस्टिवल एवं खेल-कूद के कार्यक्रम कराये जाते हैं परफॉर्मिंग एवं फाइन आर्ट्स पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में डिग्री हासिल करने के बाद विद्यार्थियों के लिए रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। कोर्स करने के बाद विद्यार्थी गायिकी, नृत्य, कोरियोग्राफी, चित्रकारी, स्टेज परफॉर्मिंग के क्षेत्र में करियर तलाशने के साथ साथ फिल्म इंडस्ट्री में भी जगह पा सकते हैं।