गिरिडीह : सदर प्रखंड के पांडेयडीह खाता नम्बर 6 में प्लॉट संख्या 391, 392,393 के मामले में हो रहे विवाद पर खबर लिखे जाने के बाद माखनलाल जालान की तरफ से उनके पुत्र संजीव जालान ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने इसे अपनी पुश्तेनी ज़मीन बताते हुए पूरे मामले को विस्तृत रूप से हमारे समक्ष रखा है।
संजीव जालान ने कहा कि पाण्डेयडीह स्थित खाता 6,प्लॉट 391,392,393 की भूमि माखन लाल जालान की पुश्तैनी ज़मीन है,जो उनके परिवार को 1935 में रजिस्टर्ड डीड से हासिल है। बताया कि भूलवश डीड में गलती से प्लॉट संख्या 391,392,393 के स्थान पर 381,382 दर्ज हो गया था। जिसका लाभ उठाकर कई लोगों ने विवाद शुरू कर दिया। वहीं जाली हुक्मनामे के आधार पर ज़मीन की हेराफेरी शुरू कर दी।
बताया कि जाली कागज़ातों के आधार पर 2006 में श्यामसुंदर मनमोहन ने न्यायालय में मुकदमा 29/2006 भी दायर किया था। जिसे माननीय न्यायालय ने 2017 में खारिज़ करते हुए उनके पक्ष में फैसला सुनाया था।
इसके बाद प्लॉट नम्बर की भूल का लाभ उठाते हुए कुछ लोगों द्वारा इसी ज़मीन की अवैध बिक्री भी की जा रही थी। जिसकी जानकारी मिलने पर तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह द्वारा मामले की जांच कराई गई थी एवं तत्कालीन अंचलाधिकारी धीरज ठाकुर की जांच रिपोर्ट के आधार पर वाद संख्या 01/2017 में भी माखन लाल जालान के पक्ष को सही ठहराते हुए अन्य सभी पक्ष के दावों को खारिज़ कर दिया था। साथ ही साथ प्लाट नम्बर में सुधार के लिए अंचलाधिकारी के समक्ष आवेदन देने का निर्देश दिया था।
इसी निर्देश में उनके द्वारा गिरिडीह अंचलाधिकारी के समक्ष प्लॉट सुधार के लिए आवेदन दिया गया था। जिसमें गहनता से जांच करते हुए, उनके दावे को सही पाया और पूर्व में विभिन्न न्यायालय के द्वारा दिये गए निर्णयों के आधार पर अंचलाधिकारी रविन्द्र सिन्हा ने प्लाट नंबर सुधार का आदेश पारित किया।
संजीव जालान ने कहा कि अभी भी फ़र्ज़ी कागज़ातों के आधार पर कुछ लोग ज़मीन की हेराफेरी में लगे हुए हैं, जिसमें कृष्णा मरीक भी शामिल है। कहा कि जीत सच्चाई की होनी है। बेवजह कुछ लोग इस मामले को तूल देने में जुटे हुए हैं।