
गिरिडीह : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गिरिडीह द्वारा शुक्रवार को शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। कोरोना काल के कारण यह उत्सव नगर के पांच स्थान बरगंडा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, पांडेयडीह, पचम्बा, महादेव तालाब हुट्टी बाजार और वनांचल कॉलेज में आयोजित हुआ।
बताया गया कि संघ वर्ष में छह उत्सव मनाता है उनमें से यह एक है। इस दिन का अपना विशेष महत्व है। स्वस्थ समाज एवं स्वस्थ राष्ट्र की कल्पना संघ करता है।दैनिक कार्यक्रम नित्य शाखा और उत्सव के माध्यम से स्वयंसेवकों में राष्ट्र की भावना जागृत किया जाता है। उत्सव में स्वयंसेवकों ने विभिन्न प्रकार के खेल और खीर का आनंद लिए।अंत में संघ प्रार्थना की गई।

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बरगंडा स्थित कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष सतीश्वर प्रसाद सिन्हा, सेवा भारती ने स्वयंसेवकों को संबोधित किया कहा कि शारदीय नवरात्र के पाँचवें दिन शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया जाता है। हमारे सभी ग्रहों, नक्षत्रों का प्रतीक चंद्रमा है।
इस दिन चंद्रमा सम्पूर्ण सोलह कलाओं से युक्त होता है। कहते हैं कि इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत की वर्षा होती है। जो धन, प्रेम और स्वास्थ्य तीनों देती है। धरती के सबसे निकट होने के कारण चांद की चांदनी विशेष गुणकारी,श्रेष्ठ किरणों वाली और औषधि युक्त होती है।इसलिए हम सभी इस दिन खीर बनाकर खुले आसमान के नीचे रखते हैं।
उत्सव में संजीव कुमार सिन्हा, रितेश चंद्र, हिमांशु पांडेय, रोशन कुमार, सोनू गुप्ता, नलिन कुमार, रोहित कुमार, पवन कुमार,सुजीत भदानी, निर्भय कुमार शाहाबादी, प्रकाश सेठ,चुन्नू कांत, राजेंद्र लाल बरनवाल एवं काफी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे।