गिरिडीह : पंचबा थाना क्षेत्र के लखारी मौजा में नौकराना खतियानी गैंग ने इनदिनों कहर वरपा रखा है।लखारी में वर्षों से जमीन पर दखल कब्जा कर रह रहे ग्रामीणों को खतियानी गैंग ने परेशान कर दिया है। किसी वक्त भी यह गैंग सैकड़ों अपराधी किस्म के असमाजिक लोगों को लेकर ग्रामीणों के जमीन पर धावा बोल देता है। परिणाम स्वरूप ग्रामीण भी अपनी जमीन कि हिफाजत के लिए इनसे उलझ कर थाना पुलिस के चक्कर में पड़ जा रहे हैं।
लखारी मौजा में सैकड़ों नौकराना खतियान जमींदार बंगाल कोल कंपनी से कोयला खदान में काम करने बाले मजदूरों को प्राप्त था।लेकिन नौकरी खत्म होने के बाद जंमीदार बंगाल कोल कंपनी ने इन मजदूरों से जमीन वापस ले कर दूसरे रैयतों को बदोबस्त कर दिया।
जिस पर आज लोग खरीद ब्रिकी कर दखल काबिज है, लेकिन कुछ जमीन के दलाल रैयतों को नौकराना खतियान का हवाला दे कर डरा धमका कर जमीन पर विवाद उत्पन्न कर रहे है। बीते बुधवार को भी एक विवादित जमीन पर जमीन दलाल और रैयतों के बीच खून खरावे की स्थिति उत्पन्न हो गयी।
लखारी मौजा के खाता 71 में नौकराना खतियानी रैयत मसोमात रधिया के वंशज LRDC न्यायालय में मुकदमा हारने के बाद भी जमीन पर जा कर रैयतों को परेशान करने का काम कर रहे हैं। जिसका नतीजा यह हुआ कि एक कथित जमीन दलाल को रैयतों ने गुस्से में कुट दिया। हालांकि बाद में पंचबा पुलिस के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ, लेकिन जमीन दलाल की मनमानी लखारी मौजा में सर चढ कर बोल रहा है।
जबकि मनानीय झारखंड उच्च न्यायालय ने CWJC No.3417 of 1997 में आदेश पारित किया है कि नौकराना खतियान के रैयत या उनके वंशज काभी भी नौकराना दर्ज जमीन के स्वामी नहीं माने जाएंगे।