गिरिडीह : किसान संगठनों द्वारा देशव्यापी प्रदर्शन के आह्वान पर सोमवार को गिरिडीह जिले में ‘अखिल भारतीय किसान महासभा’ के बैनर तले महासभा के लोगों ने स्थानीय सर्कस मैदान से एक प्रतिवाद मार्च निकाला। प्रतिवाद मार्च झंडा मैदान से निकलकर अंबेडकर चौक, टावर चौक होते हुए समाहरणालय के समक्ष जाकर धरने में तब्दील हो गया।
मौके पर लोगों ने प्रदर्शन कर काले कृषि कानूनों को वापस लेने तथा एमएसपी सहित किसानों के अन्य अधिकारों की गारंटी वाले कानून लागू करने की मांग की। मौके पर अगुवायों ने गिरिडीह उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम प्रेषित मांग पत्र दिया। इसके साथ ही एक दूसरा ज्ञापन भी उपायुक्त को दिया गया जिसमें गिरिडीह जिले में किसानों की धान खरीदी नहीं होने को लेकर विरोध जताते हुए तत्काल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों का धान खरीदने की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की अन्यथा आंदोलन की की बात कही गई है।
समाहरणालय के समक्ष हुए सभा में नेताओं ने संबोधित करते हुए एक स्वर में मोदी सरकार से तीनों काले कानून वापस लेने तथा किसान संगठनों से बात कर किसानों के हक में कानून लाने की मांग की। कार्यक्रम की अगुवाई किसान महासभा के झारखंड प्रदेश सचिव पुरन महतो, माले नेता सह एआईसीसीटीयू के राष्ट्रीय पार्षद राजेश कुमार यादव, सीताराम सिंह, राजेश सिन्हा, उस्मान अंसारी, मुस्तकीम अंसारी, जयंती चौधरी, मुस्ताक अंसारी, संदीप जायसवाल आदि ने संयुक्त रूप से किया।
मौके पर कौशल्या दास, रामेश्वर चौधरी, भोला मंडल, मनोवर हसन बंटी, मीना दास, सरिता महतो, रेखा अग्रवाल, प्रीति भास्कर, रेनू रवानी, मुश्ताक अंसारी, अशरेश तुरी, विजय पांडे, रीतलाल वर्मा, असगर अली, खुबलाल महतो, पप्पू खान, राजेंद्र मंडल, निशांत भास्कर, नौशाद अहमद चांद, कन्हैया सिंह, खीरू दास, राजू पासवान, पिंटू यादव, फोदार सिंह, मनोज यादव आदि मौजूद थे।