गिरिडीह : शहर के बरगंडा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बरगंडा में सोमवार को आदि गुरु वेदव्यास जी की जयंती मनाई गई। प्रधानाचार्य संजीव कुमार सिन्हा ने वेद व्यास जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम आरंभ किया।
मौके पर अवधेश पाठक ने वेद व्यास जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म निजी सुख, वैभव और व्यक्तिगत स्वार्थ से हटकर संपूर्ण जीवन समाज और राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पित था।इस अवसर पर हमें उन्हें अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए।
अजीत मिश्रा ने कहा कि आज के दिन गुरु पूजन गुरु के प्रति कृतज्ञता अर्पण करने का दिन है।क्योंकि गुरु ही शिष्यों को गढ़ने का काम करते हैं।हमारे जीवन की साधना तब महत्वपूर्ण हो जाती है जब हम जी रहे होते हैं और हमारे जीवन को कोई अपने जीवन में उतारने की कोशिश कर रहा होता है।
प्रधानाचार्य ने कहा कि गुरु और शिष्य की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है।गुरु सूक्ष्म ज्ञान प्रकाश है जिससे मानव जीवन को ज्ञान व उत्तरदायित्व पूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। महर्षि वेदव्यास जी के जीवन से विनम्रता,सदाचार, सद्भावना एवं श्रेष्ठ आचार्य बनने का संकल्प लेना चाहिए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सतीश मिश्रा,मनीष पाठक,बेबी सरकार , बिपिन सहाय,राजेंद्र लाल बरनवाल,सुजाता प्रसाद, सबिता पांडेय एवं समस्त आचार्य दीदी का सराहनीय योगदान रहा।