गिरिडीह : जिले के बगोदर प्रखंड के डोरियो गांव निवासी सरोज कुमार चटर्जी अपनी बीमार बूढ़ी मां पत्नी के साथ सोमवार से समाहरणालय परिसर में आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। सरोज का कहना है कि जबतक उन्हें न्याय नहीं मिलता तबतक वे धरने पर बैठे रहेंगे।
बताया कि पिछले 2 सौ साल से उनका परिवार डोरियो गांव में रह रहा है। लेकिन गांव के कुछ दबंग जिनकी संख्या अधिक है वे उन्हें घर बनाने नहीं दे रहे हैं। इतना ही नहीं फिलहाल वे दूसरे जगह रहते हैं। वहां भी दबंगों के दबाव के कारण दीपावली के पहले घर खाली करने का मौहलत दे दिया गया है। गांव में अन्य कोई घर देना नहीं चाह रहे हैं। ऐसे में वे कहां जाएंगे। 28 जुलाई 2019 को दबंगों के द्वारा उनकी झोपड़ी उजाड़ दी गई। सूचना दिए जाने पर अंचलाधिकारी आए और कागजात लेकर चले गए उसके बाद आज अमीन नहीं है तो आज चुनाव है तो कोरोना है ऐसे बहाने करके आज तक टोल मटौल कर रहे हैं।
न्याय की मांग को लेकर मानवाधिकार आयोग में लिखा, कोई सुनवाई नहीं हुआ। दुबारा लिखा , कई बार ट्वीट किया इसके बाद भी करवाई नहीं हुई है। ज़मीन लूट लिया जा रहा। अंचल, अनुमंडल, एसी, डीसी, सेकेट्ररी सभी जगह शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। कहा कि गरीब है पूजा पाठ करके जीविकोपार्जन करते हैं। उनके पास पैसा नहीं है अफसर लोग को खुश नहीं कर पाते इसलिए सुनवाई नहीं किया जा रहा। न्याय नहीं मिला तो यही प्राण त्याग देंगे।