गिरिडीह : जिले के जमुआ प्रखंड स्थित खरगडीहा में लंगटा बाबा की समाधि पर सभी धर्म के लोगों की अटूट श्रद्धा है. यही वजह है कि प्रति दिन हिन्दू-मुस्लिम, सिख-ईसाई सभी धर्मों के लोग यहां आकर माथा टेकते हैं, लेकिन प्रत्येक वर्ष पौष पूर्णिमा के दिन यहां भक्ति व आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ता है. बताया जाता है कि कालजयी संत लंगेश्वरी बाबा उर्फ लंगटा बाबा ने 1910 में महासमाधि में प्रवेश किया था. तब से लेकर अब तक बाबा के भक्तों की संख्या में इजाफा हुआ है. प्रत्येक वर्ष पौष पूर्णिमा के दिन यहां मेला लगता है. मेला में उमड़ने वाली भीड़ को देखकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि पीड़ित मानवता की रक्षा करने वाले संत आज भी आमजनों के ह्दय में जीवित हैं. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पौष पूर्णिमा पर लंगटा बाबा की समाधि पर शुक्रवार को लाखों की संख्या में भक्त पहुंचे और चादरपोशी कर अमन चैन की दुआएं मांगी. मौके पर हरेक जाति व धर्म के लोग अहले सुबह से ही जुटने लगे थे. वहीं वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार पहली चादरपोशी समाधि स्थल पर जमुआ थाना प्रभारी ने की. उसके बद भक्तों द्वारा चादरपोशी का सिलसिला शुरू हो गया.
इस अवसर पर विधि व्यवस्था को लेकर एसडीएम धीरेन्द्र कुमार सिंह, एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो समेत कई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी लगे हुए थे. वहीं चादरपोशी को लेकर झारखंड, बिहार, बंगाल समेत अन्य राज्यों से भक्तों का जुटान हुआ था. इस दौरान यहां भंडारे का भी आयोजन किया गया था. जहां उपस्थित भक्तों ने बाबा का प्रसाद ग्रहण किया.