
नेत्रहीन बच्चों के लिए प्रदेश का दूसरा स्मार्ट क्लास
गिरिडीह : दृष्टिहीन बच्चों को पढ़ने, लिखने और शिक्षा व्यवस्था को सुगम बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने विशेष केंद्रीय सहायता मद अंतर्गत जिले के उदनाबाद पंचायत के अजीडीह स्थित नेत्रहीन बाल विकास विद्यालय में नेत्रहीन बच्चों के लिए एनी स्मार्ट क्लास का उद्घाटन-सह-शुभारंभ किया। बताया गया कि यह प्रदेश का दूसरा स्मार्ट क्लास है जहां नेत्रहीन बच्चों के शैक्षणिक विकास की नींव रखी जायेगी। स्मार्ट क्लास की सुविधा बच्चों को उपलब्ध कराई जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्यक नेत्रहीन बच्चों को डिजिटल रूप से समृद्ध करना है।
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि गिरिडीह जिला अंतर्गत शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ एवं सुगम बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में गिरिडीह जिला अंतर्गत अजीडीह स्थित नेत्रहीन बाल विकास को स्मार्ट क्लास के रूप में विकसित किया गया है। जहां नेत्रहीन बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मुहैया कराई जाएगी।
कई सुविधाएं है उपलब्ध

विज्ञापन
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि कक्षा में बच्चों के बैठने के लिए सुंदर बेंच व हवा के लिए पंखे की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। साथ ही आधुनिक तकनीकी से शिक्षा देने की पहल की गई है। ताकि नेत्रहीन बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के साथ-साथ बेहतर सुविधा मुहैया कराया जाय। जिससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्सुकता बढ़े एवं ज्यादा संख्या में बच्चें शिक्षा प्राप्त करें।
आधुनिक तकनीकी से शिक्षा देने की व्यवस्था से निश्चित तौर पर बच्चों के लिए नया आयाम साबित होगा। स्मार्ट शिक्षण से बच्चों में पढ़ने की और ज्यादा रूचि उत्तपन्न होगी। क्योंकि अब तक बच्चों को परम्परागत तरीके से पढ़ाया जाता था मगर इस डिवाइस से आसानी से नेत्रहीन बच्चे पढ़ सकेंगे।
शिक्षकों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
उपायुक्त ने बेंगलुरु से आई टीम से बात कर सभी व्यवस्थाओं से अवगत हुए तथा उन्हें निर्देश दिया कि जल्द से जल्द सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें। ताकि सुगम तरीके से बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मुहैया कराई जा सकें। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में विद्यालय बंद है। जब विद्यालय खुलेगा तो बच्चों को इस डिवाइस के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। इस हेतु सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में यह डिवाइस उपलब्ध है। बेंगलुरु के एक स्टार्टअप थिंकर बेल ने इस बेहतरीन डिवाइस को तैयार किया है। इसकी मदद से नेत्रहीन बच्चे भी अब सामान्य छात्रों की तरह ही शिक्षा प्राप्त कर पाएंगे।
नेत्रहीन बाल विकास विद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि विद्यालय में कुल 50 बच्चें है तथा 03 शिक्षक हैं। स्मार्ट क्लास में टेलर फ्रेम, अबाकस, टाइप्स, इंटर प्वाइंट, वुडेन स्लेट,नंबर प्लेट व अन्य मशीनी उपकरण की सुविधा उपलब्ध है। जिसके माध्यम से बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ बच्चों के लिए गेम की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। ताकि बच्चे पढ़ाई के साथ साथ खेल का भी आंनद उठा सकें।