कहा महाठगबंधन ने जनता को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाए थे परंतु यह सपने टूटते देर नहीं लगी
गिरिडीह : राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अभिलंब रोक लगाने, जेएसएससी परीक्षा के पेपर लीक एवं नियुक्ति परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, अबुआ आवास के नाम पर भ्रष्टाचार एवं अनियमितता, राज्य में गिरती कानून व्यवस्था, थाना प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में पिछले कई सालों से कर्मचारियों का तबादला ना होना समेत अन्य मुद्दों को लेकर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर पूरे झारखंड प्रदेश के सभी प्रखंडों मुख्यालयों में पार्टी नेताओं व कार्यकर्त्ताओं ने एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया. गिरिडीह में भी सभी प्रखंड कार्यालयों में भाजपाइयों ने धरना दिया और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. गिरिडीह प्रखंड परिसर में जिला अध्यक्ष महादेव दुबे की अध्यक्षता में धरना आयोजित था. इस धरने में मुख्य अतिथि के रूप में गिरिडीह विधानसभा के निवर्तमान विधायक निर्भय कुमार शाहबादी मौजूद रहे. जबकि कार्यक्रम में मंच का संचालन हरमिंदर सिंह बग्गा के द्वारा किया गया. धरना से पूर्व नेता व कार्यकर्त्ता सिहोडीह आम बागान में जुटे और फिर यहां से रैली की शक्ल में सभी राज्य की चम्पई सोरेन सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रखंड मुख्यालय पहुंचे.
इस दौरान धरना को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि आज प्रदेश फिर से उग्रवाद के चपेट में आ गया है. विकास के कार्यक्रम बिल्कुल ठप्प पड़े हैं. रोजगार की खोज में नौजवान बेरोजगार फिर से पलायन को मजबूर हो गए हैं. गरीब भूख से मरने को विवश है, बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं है झारखंड के दुमका क्षेत्र में विदेशी महिला के साथ गैंगरेप की घटना सरकार की विफलता को दर्शाती है. भारतीय जनता पार्टी घटना की सीबीआई से जांच की मांग करती है. कहा कि सरकार लूट, खसोट, पोस्टिंग, पत्थर, बालू की तस्करी में जुटी है प्रदेश में बिचौलियों को बढ़ावा दिया जा रहा है, प्रखंड थाना अंचल कार्यालय भ्रष्टाचार के केंद्र बन गए हैं राज्य की ऐसी दुर्दशा होते भारतीय जनता पार्टी मुक दर्शक बनकर नहीं देख सकती.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से गिरिडीह विधानसभा के नगर अध्यक्ष हरमिंदर सिंह बग्गा, राजेश गुप्ता अनिल वर्मा, इनोद साहू, मनोहर यादव, संदीप डंगैच, सुभाष सिंन्हा सिंकु सिंन्हा, संजय साहू, ज्योति शर्मा दिनेश यादव चुन्नुकांत, विनय सिंह, संजय सिंह, नवीन सिन्हा, संजीत सिंह, विवेश जलान, रंजीत राय, मिथुन चंद्रवंशी, प्रेमा तिवारी, प्रो. विनीता कुमारी, समीर दीप समेत काफी संख्या में कार्यकर्त्ता मौजूद थे.