
यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन ( एटक ) के महामंत्री कॉमरेड लखन लाल महतो ने कहा कि जहां देश में कोरोना महामारी है और कोयला मज़दूर कर्मचारी इस विकट परिस्थितियों मे भी कोयला उपादन में लगे हुए है ।कोल इंडिया देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने लिए कोयला उत्पादन जोरदार तरीके से कर रही है, लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फिर कोल इंडिया को कमजोर करने के लिए कमर्शियल माइनिंग के लिए 50 कोल ब्लॉक्स देने की घोषणा की। कोल इण्डिया एकाधिकार को समाप्त करने की बात कही ।

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कॉमरेड महतो ने कहा केंद्र सरकार के वित्त मंत्री के फैसले का युनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन (एटक) विरोध करती है क्योंकि वित्त मंत्री का निर्णय कोयला मजदूरों के हितों में नहीं है ।उन्होंने कोयला मज़दूरों और कर्मचारियों से अपील किया है कि वे केंद्र सरकार के मज़दूर विरोध नीति के विरोध में आंदोलन की तैयारी करें ।