
गिरिडीह : झारखंड धाम में बरामद हुए बिहार के लखीसराय निवासी पूर्व मुखिया सुरेश कुमार वर्मा की मौत का रहस्य आखिरकार उजागर हो गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्या की गुत्थी सुलझा ली है और दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
सोमवार को हीरोडीह थाना क्षेत्र स्थित झरणा नदी से सुरेश वर्मा का शव बरामद हुआ था। शुरुआती तौर पर मामला संदिग्ध मौत का लग रहा था, लेकिन जांच में यह स्पष्ट हो गया कि यह हत्या थी।

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पुलिस अधीक्षक के आदेश पर एसडीपीओ खोरीमहुआ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने छापेमारी कर सुरेश वर्मा के चालक राजीव कुमार उर्फ रामरस सिंह और शशि कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस ने उनके पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी जब्त किया है।
जांच में खुलासा हुआ कि राजनीतिक दुश्मनी के चलते सुरेश वर्मा की हत्या की गई। आरोपितों ने योजना बनाकर झारखंड धाम लाया और नदी में सिर दबाकर उनकी जान ले ली। पुलिस बाकी फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
मंगलवार को खोरीमहुआ अनुमंडल पुलिस कार्यालय में एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने प्रेसवार्ता कर बताया कि दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है और जल्द ही अन्य आरोपितों को भी पकड़ लिया जाएगा।