गिरिडीह : एक लाख का इनामी नक्सली कार्तिक महतो ने झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुर्नवास निती से प्रभावित हो कर पुलिस के समाने आत्मसमर्पण कर दिया। इनामी नक्सली ने गिरिडीह पुलिस अधीक्षक अमित रेणु,CRPF 154 बटालियन और CRPF 7 बटालियन के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
पुलिस अधीक्षक ने आत्मसमर्पण कर रहे नक्सली को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।इस दौरान पुलिस अधिक्षक ने बताया की इनामी नक्सली खुखरा थाना क्षेत्र के बदगांवा जिलिंगटांड गांव का रहनेवाला है। वर्ष 2009 में जमीन विवाद के प्रताड़ना से शिकार होकर 2014 में बाबूलाल मांझी के द्वारा इन्हें माओवादी संगठन के सदस्य के रुप में सम्मिलित किया गया था।
इनामी नक्सली कार्तिक महतो, अजय महतो दस्ता का सदस्य रहा है।पीरंटाड़ क्षेत्र अंतर्गत वर्ष 2018 में सड़क बना रही गणेश कंस्ट्रक्शन कंपनी के स्टोर में आग लगाने तथा उसके मुंशी से मारपीट करने का मुख्य आरोपी रहा है। उन्होंने बताया कि इनामी नक्सली पर पीरटांड़,खुखरा और मधुबन थाना व धनबाद जिला में उस पर नक्सली वारदात को अंजाम देने के चार मामले दर्ज है।
उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ बल के सहयोग से पारसनाथ क्षेत्र में लगातार चल रहे नक्सल अभियान के दबाव में तथा गिरिडीह जिला पुलिस कम्युनिटी पुलिसिंग के कारण इनामी नक्सली कार्तिक महतो ने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने दूसरे नक्सलियों से भी मुख्यधारा में लौटने की अपील की है।