गिरिडीह : धनबाद मंडल से ई-टिकट दलाली के संबंध में उपलब्ध कराये गये डाटा के आधार पर रेल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बिरनी के नगलो निवासी 30 वर्षीय युवक बिरेश प्रसाद वर्मा और विजय वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. बताया गया कि इसके पूर्व रेल पुलिस बिरनी थाना पुलिस के सहयोग से भरकट्टा युवक के फास्ट ट्रेवल्स सर्विस नामक दुकान पहुंची थी.
जहां उक्त दुकान बंद पाया गया, जिसके बाद पुलिस बिरेश प्रसाद वर्मा के घर पहुंची थी और वहां फरार मिलने पर 30 नवम्बर को पेश होने के लिए सम्मन दिया था. सम्मन के दबाब में सोमवार को बिरेश प्रसाद वर्मा अपने सहयोगी विजय वर्मा के साथ टिकट बनाने में प्रयोग करने वाले लेपटॉप और मोबाइल के साथ पोस्ट पर उपस्थित हुआ.
पूछ- ताछ करने पर दोनों ने अपने बयान में बताया कि हमलोग बिरनी पुलिस थाना अन्तर्गत भरकट्टा बजार स्थित फास्ट ट्रेवल्स सर्विस नाम का दुकान चलाते हैं, जहां फोटोकॉपी , पासपोर्ट एवं ऑनलाइन आवेदन का काम करने के अलावे रेलवे का ई-टिकट बनाने का भी कार्य करता हूँ.
जबकि मैं वर्तमान में आईआरसीटीसी का एजेन्ट नहीं हूँ, फिर भी व्यक्तिगत आईडी से रेलवे का ई- टिकट बनाकर ग्राहको को बेचने का कार्य करता हूँ , जिसके लिये ज्यादा कंफर्म टिकट बनाने के लालच में लगभग 03 माह पूर्व यू-ट्यूव पर दिखाये गये विडियो में दिये गये लिंक पर क्लिक किया. नीचे चैटिग बॉक्स में मैसेज आने के बाद सूपर तत्काल नाम के अवैध एप डाउनलोड करने के लिये 50/-रू0 पेमेंट करने का आप्सन आया, जिसको मैंने अपने पेटीएम से पेमेंट किया. जिसके बाद मेरे मोबाईल में सूपर तत्काल एप डाउनलोड हो गया. उक्त एप का उपयोग कर मेरे द्वारा लगभग 05-06 रेल ई- टिकट बनाकर ग्राहको को बेचा गया है.
42,800 मूल्य का बनाया टिकट
मौके पर अधिकारियों ने जब लेपटॉप एवं मोबाईल की जांच की तो तीन पर्सनल आईडी से बना हुआ 15 अदद् पास्ट रेल ई-टिकट प्राप्त हुआ, जिसका पीएनआर सं0- (01) 6343795465 (02) 6143767021(03)6743721592 (04) 6806062119 (05) 6343461119 (06) 6543007967 (07) 4405829392 (08) 8132579114 (09) 6143932051(10) 2760052662 (11) 4518807242 (12) 8232991956 (13) 6643820717 (14) 8632443340 (15) 6443276181 है. टिकट का कुल मूल्य 42800/- रू0 है.
जांच के बाद 01 लेपटॉप, मोबाईल तथा व्यक्तिगत आईडी पर बना उक्त 15 अद्द रेलवे का ई-टिकट को जप्ती सूची बनाकर अभियुक्त को उसका अपराध बताते हुये समय दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुरे मामले के जांच का भार उ0नि0/ शिव बिहारी सिंह को सौंपा गया है.