गिरिडीह : भारतीय जीवन बीमा निगम गिरिडीह शाखा के सभी कर्मचारी गुरुवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहे। बताया गया कि देश के 10 केंद्रीय श्रम संगठनों एवं 150 एसोसिएशन फेडरेशन के द्वारा आहूत तथा अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ के अवाहृन पर हड़ताली कर्मचारी एलआईसी परिसर में धरने पर बैठे रहे तथा केंद्र सरकार के मजदूर किसान कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी किया।
हड़ताल का नेतृत्व संघ के सचिव धर्म प्रकाश ने किया। हड़ताल की जानकारी देते हुए सचिव धर्म प्रकाश ने कहा कि इस हड़ताल के माध्यम से हम लोग सार्वजनिक प्रतिष्ठानों का निजी करण, रेलवे का निजीकरण, नई पेंशन नीति , जरूरी सामानों तथा पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य वृद्धि आदि का विरोध कर रहे हैं। केंद्र सरकार के द्वारा 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर कारपोरेट परास्त 4 श्रम कोड बनाया गया है, जो मजदूर कर्मचारी विरोधी है।
28 करोड़ से अधिक मजदूर कर्मचारियों ने लिया भाग
कहा कि केंद्र सरकार देश के आर्थिक रीढ़ भारतीय जीवन बीमा निगम का आईपीओ के माध्यम से निजीकरण करने का निर्णय लिया है जो राष्ट्र और बीमा धारकों के हित में नहीं है। भारत की आम जनता का एलआईसी पर अटूट विश्वास है तथा जनता के छोटे-छोटे बचत को जमा कर एलआईसी देश के आधारभूत संरचना के विकास में अहम योगदान देता रहा है। ऐसी संस्था का निजीकरण करना कतई देश हित में नहीं है। इन तमाम मुद्दों को लेकर एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आवाहन किया गया है। आज का हड़ताल ऐतिहासिक रहा जिसमें देश के 28 करोड़ से अधिक मजदूर कर्मचारियों ने भाग लिया।
हड़ताल में लक्ष्मी नारायण गुप्ता ,संजय शर्मा ,राजेश कुमार उपाध्याय ,विजय कुमार, अनुराग मुर्मू, उमा नाथ झा, संहिता सरकार ,कुमकुम वाला बर्मा, राजाराम, विनय कुमार, रोशन कुमार ,अनिल कुमार वर्मा, अरविंद मुर्मू ,श्वेता कुमारी, प्रज्ञा आनंद, सुकृति बर्मन ,सबा परवीन ,अंजलि श्वेता, अंशु सिंघानिया, मिस श्वेता, देवनाथ दास ,प्रवीण कुमार हंसदा,नीतीश कुमार गुप्ता, गौरव सिंह ,दीपक पासवान, कुलजीत कुमार रवि, अभय कुमार, संजय कुमार शर्मा, नीरज कुमार सिंह, प्रभाष कुमार, महेश्वरी वर्मा, सुनील कुमार वर्मा, पंकज कुमार ,प्रीतम कुमार, प्रदीप प्रसाद ,नागेश्वर साह, विजय मंडल समेत सभी कर्मचारियों ने भाग लिया।