रिपोर्ट : दीपक कुमार
खोरीमहुआ : अवैध तरीके से नकली शराब का खेप बिहार भेजे जाने के मंसूबों पर पुलिस ने पानी फेरते हुए बड़ी मात्रा में अवैध शराब की खेप को बरामद किया है। रविवार को घोड़थंबा ओपी में खोरीमहुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नवीन कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि घोड़थम्बा ओपी में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक परशुराम तिवारी को सूचना मिली थी कि बोलेरो से कुछ धंधेबाज अवैध नकली शराब का खेप बिहार सप्लाई के लिए लेकर जाने वाले हैं। अवैध शराब की खेप को बोलेरो में ले जाया जा रहा है, जबकि मारुति ओमनी कार से धंधेबाज इसे स्कॉट कर रहे हैं।
वाहन जांच में मिली कामयाबी
सूचना पर गश्ती दल द्वारा ओपी प्रभारी को सूचना देते हुए डोरंडा बल्हारा के बीच खटाहाआम के पास वाहन जांच अभियान शुरू किया गया। वहीं वरीय अधिकारियों के निर्देश पर सहयोग के लिए अतिरिक्त पुलिस पदाधिकारी एवं बल को भेजा गया।
वाहन से उतर भागने लगे धंधेबाज
जांच के क्रम में मारुति ओमनी (JH11Q3744) वहां पहुंची जिसे रोककर जांच करने पर 375ml रॉयल स्टैग की 2 पेटी बरामद हुई जिसमें 48 बोतलें हैं। वहीं वाहन में सवार उपेंद्र कुमार सोनी एवं गुड्डू कुमार पांडेय दोनों को पकड़ा गया। इनसे पूछताछ की ही जा रही थी उसी क्रम में बोलेरो (JH11J0599) भी वहां पहुंच गई। जिसे रुकते ही उस पर सवार तीन धंधेबाज उतरकर भागने लगे इसी दौरान पुलिस बल ने खदेड़ कर दो को पकड़ लिया जबकि एक मौके से भाग निकला। पकड़े गए धंधेबाज ने अपना नाम राजकुमार साव और लालू साव। वहीं भागने वाले की पहचान राहुल कुमार पांडेय बताया।
एसडीपीओ ने बताया कि बोलेरो की जांच करने पर उस पर लदा 14 पेटी 375ml अवैध शराब की पेटी। जिसमें 336 बोतलें हैं उसे बरामद किया गया।
फरार धंधेबाज को पकड़ने में जुटी पुलिस
पूछताछ में आरोपियों ने बताया गया कि नकली शराब की खेप राहुल कुमार पांडेय उपलब्ध कराता था जिसे ये सभी मारुति ओमनी से स्कॉट करते हुए बोलेरो से बिहार भेजते थे। इस खेप को नवलसाही में भेजना था। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और सभी को जेल भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। सभी हिरोडीह थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। वहीं फरार राहुल कुमार पांडेय की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीम जुटी हुई है।
ये थे मौजूद
कार्रवाई में परि पु अ नि मिथिलेश कुमार, सामू बांडों, सहायक अवर निरीक्षक परशुराम तिवारी एवं सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।