संजर इमाम
गिरिडीह : नगर थाना क्षेत्र के बुलाकी रोड निवासी गुलाम मुस्तफा ने शहर के पचम्बा स्थित नवदीप नर्सिंग होम चिकित्सक डॉ नूतन लाल पर धोखाधड़ी एवं लापरवाही कर मरीज की जान से खेलने का आरोप लगाया है। इस संबंध में गुलाम मुस्तफा ने पचंबा थाना में लिखित आवेदन देकर डॉ नूतन लाल पर कार्रवाई की मांग की है।
गुलाम मुस्तफा व परिजनों ने बताया है कि 30 अगस्त की दोपहर करीब 12:30 बजे वह अपनी पत्नी साहिस्ता अख्तर को डिलीवरी करवाने के लिए डॉ नूतन लाल के पास उनके क्लीनिक नवदीप नर्सिंग होम आए और अपनी पत्नी को वहां एडमिट करवाया।
एडमिट करवाते ही वहां मौजूद कर्मियों के द्वारा उन्हें डरा कर ऑपरेशन को लेकर दबाव बनाया गया। फिर ऑपरेशन थिएटर में उसकी पत्नी को ले जाया गया जहां 2 बजकर 20 मिनट पर उसकी एक बच्ची हुई। इसके बाद वहां मौजूद नर्स ने बच्ची को लाकर दिखाया। जब यह लोग मरीज को बाहर लाने की बात कहें तो नर्स के द्वारा टालमटोल किया जाने लगा।
सहयोगी ने कर दिया ऑपरेशन
इसके बाद करीब 4 घंटे के बाद कंपाउंडर के द्वारा बताया गया कि उनकी पत्नी की हालत सीरियस हो गई है। खून का इंतजाम करें। इसी दौरान पता चला कि उनकी पत्नी का ऑपरेशन डॉ नूतन लाल ने नहीं, बल्कि किसी अन्य सहयोगी के द्वारा किया गया है। जिसके बाद उनकी पत्नी सीरियस हो गई।
इसके बाद जब डॉ नूतन लाल से मिलने की कोशिश की गई तो नर्स ने बताया कि डॉ नूतन लाल पूजा में व्यस्त हैं। वह अभी नहीं आएंगी।
हालत बिगड़ने पर बाहर ले जाने को कहा
जब उनकी पत्नी की हालत बहुत ज्यादा बिगड़ने लगी तो फिर डॉ नूतन लाल वहां पहुंची और उसे बाहर ले जाने की सलाह दे डाली। जब उन्होंने रांची ले जाने का पूछा तो डॉ लाल ने बताया कि समय कम है धनबाद ले जाएं। जिसके बाद वह मरीज को धनबाद स्थित असर्फी हॉस्पिटल ले गए।
वहां इलाज जांच में पता चला कि ऑपरेशन के दौरान गलत जगह ब्लेड लग गया और फिर उसे स्टीच कर दिया गया। जिस कारण ब्लीडिंग बहुत ज्यादा हो गई है। वहां फिर कोविड जांच, ब्लड का इंतजाम करने के बाद चिकित्सकों के द्वारा उनकी पत्नी का इलाज जारी है। बताया कि चिकित्सक ने कहा कि थोड़ी देर होने पर उसकी जान जा सकती थी। गुलाम मुस्तफा ने पुलिस से उचित करवाई करने की मांग की है।
पार्षद ने की जांच कर कार्रवाई की मांग
इधर इस सम्बंध में बुलाकी रोड वार्ड 27 की पार्षद बुलंद अख्तर (रूमी) ने कहा कि इस तरह की घटना यहां हमेशा होती रहती है, लेकिन गरीब गुरबा लोग इसपर आवाज नहीं उठा पाते और मरीज की जान चली जाती है। वो तो इस परिवार की हैसियत थी तब लाखों रुपए खर्च कर मरीज को बचा सके। पार्षद ने इस मसले पर स्वास्थ्य महकमा से भी जांच करने एवं पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। कहा कि जांच नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा।