गिरिडीह : फोटो में दिख रही ये वृद्ध महिला है पचंबा थाना क्षेत्र की लखारी निवासी कुंती देवी। एक तो वृद्धावस्था उसपर से लॉकडाउन ने इस वृद्धा की परेशानी को बढ़ा दिया है। वहीं सिस्टम के दोष के कारण ये हमेशा पासबुक लेकर बैंक शाखा तो पहुंचती है। मगर जून 2018 से इन्हें वृद्धा पेंशन नहीं मिला है। गुरुवार को बेबस वृद्धा एक बार फिर झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक की गिरिडीह शाखा पहुंची। मगर खाता में पैसा नहीं रहने के कारण वह पैसे नहीं निकाल सकी और बाहर शामियाना के नीचे गुमसुम होकर बैठ गई।
शाखा प्रबंधक ने बताया कि उनकी नज़र जब इसपर पड़ी तो पूछे जाने पर स्टाफ सदस्यों ने बताया कि वो पैसा निकालने आयी थी। लेकिन खाता में पैसा नहीं होने के कारण वो बाहर बैठी है। इसपर प्रबंधक द्वारा उसे जब प्रेम पूर्वक से बताया गया तो उसने कहा कि जानती हूँ ,चली जाउँगी, लेकिन बहुत थक गयी हूँ इसलिए बैठी हूँ। इस पर मैंने उसे अन्दर पंखे में बैठने को कहा साथ ही उसे पानी पिलाने का निर्देश दिया। इस दौरान आँखों से अश्रुधारा फुट पडी एवं उसने बताया कि वो घबरा गयी थी। वो मांग कर जीवन यापन करती है।पिछले लगभग एक साल से उसे वृद्धावस्थाग पेंशन भी नहीं मिला है।
शाखा प्रबंधक ने की मदद
ये सब सुनने के बाद शाखा प्रबंधक ने उसे कुछ पैसे दिये और उसकी खाता की जानकारी निकाली। उसका पिछले जून 2018 से पेंशन भुगतान बन्द है। जबकि इसके पूर्व नियमित रूप से भुगतान उसके खाता के माध्यम से होता रहा था। वृद्धा की परेशानी को देखते शाखा प्रबंधक ने एल डी एम से अनुरोध किया है कि जिला प्रशासन से अनुरोध करके महिला की मदद की जाय। बहरहाल, ये वृद्धा अकेली नहीं है लॉकडाउन में ऐसे कई हैं जिनकी स्थिति बेहद ही ख़राब है वहीं सरकार द्वारा संचालित योजना का लाभ भी उन्हें नसीब नहीं हो रहा है।