मायके आई शहनाज खातून की कुएं में मिली लाश, दहेज हत्या का आरोप, पति फरार

गिरिडीह : जिले के देवरी प्रखंड के हीरोडीह थाना क्षेत्र के बैरिया गांव में सोमवार रात दिल दहला देने वाली घटना घटी। मायके आई 35 वर्षीय शहनाज खातून का शव मंगलवार सुबह घर के पास कुएं से बरामद किया गया। मृतका बैरिया निवासी अकबर अंसारी की बेटी थी, जो शनिवार को मुहर्रम के मौके पर कोलकाता से अपने पति मंजूर अंसारी के साथ मायके आई थी। उसका ससुराल बिहार के जमुई जिला अंतर्गत चकाई थाना क्षेत्र के गगनपुर गांव में है।

परिजनों के अनुसार सोमवार रात अचानक शहनाज खातून के छोटे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर उसके नाना नींद से जागे तो देखा कि शहनाज कमरे में नहीं है। परिवार वाले घबरा गए और इधर-उधर खोजबीन शुरू की। जब काफी देर तक कुछ पता नहीं चला तो हीरोडीह थाना को सूचना दी गई। मंगलवार सुबह गांव के ही एक कुएं में शहनाज खातून का शव बरामद हुआ। घटना के बाद से उसका पति मंजूर अंसारी फरार है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

मृतका के पिता अकबर अंसारी ने दामाद मंजूर अंसारी और उसके परिवार पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ससुराल पक्ष लगातार दहेज की मांग कर रहा था। यहां तक कि दूसरी शादी में मिलने वाले दहेज के सामान की भी मांग की जा रही थी। इसे लेकर पूर्व में कई बार विवाद हुआ था, थाना में आवेदन दिया गया था और पंचायत बैठाकर मामला सुलझाया गया था। पंचायत में तय हुआ था कि समय के अनुसार दहेज दिया जा चुका है।

परिजनों का यह भी आरोप है कि मंजूर अंसारी का किसी अन्य युवती से प्रेम प्रसंग था और वह अपनी कमाई उसी पर खर्च करता था। पत्नी शहनाज को ठीक से कपड़े तक नहीं देता था और मायके से पैसे मंगवाता था। थाने में विवाद सुलझाने के बाद विदाई कराई गई थी, लेकिन अब मायके में ही शहनाज की लाश मिली। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और फरार मंजूर अंसारी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।