रिश्वत नहीं देने पर निर्माणधीन आवास योजना को वन विभाग की टीम ने किया धवस्त, लाभुकों ने लगाया आरोप

तिसरी : गिरिडीह जिले में वन भूमि पर अतिक्रमण का दौर जारी है। विभागीय सूचना के बावजूद भी कई अतिक्रमणकारी अपने रसूख और रिश्वत के कारण उस पर दखल काबिज है लेकिन जो गरीब वन कर्मियों को नजराना नहीं दे पाते उनके आशियाने को ध्वस्त कर देने काम वन विभाग की टीम कर रही है। ऐसा ही एक आरोप तीसरी प्रखंड के रंगमटीया गांव के धोबी ठाकुर और अनीता देवी ने वन विभाग की टीम पर लगाया है।सोमवार को वन विभाग की टीम ने निर्माणाधीन दो प्रधानमंत्री आवास को जेसीबी लगाकर ध्वस्त कर दिया। जिसके लाभुक धोबी ठाकुर और अनीता देवी ने बताया कि वह लोग बरसों से वन भूमि पर मिट्टी और खपरैल का घर बनाकर रहते आ रहे थे। बहुत मुश्किल से उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना मिला था,लेकिन वनरक्षी राजेंद्र कुमार द्वारा वन भूमि पर आवास बनाने के नाम पर 25 हजार बतौर रिश्वत मांगी गई थी जिसमें उन्होंने 10 हजार दिया भी था, पूरा पैसा नहीं देने पर वनरक्षी राजेंद्र कुमार व उनके सहयोगी कर्मियों ने निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास योजना को बगैर नोटिस दिए तोड़ दिया, साथ ही अनीता देवी की पुत्री ने वनरक्षी राजेंद्र कुमार पर छेडख़ानी का भी आरोप लगाया है और मामले को लेकर तीसरी थाना में आवेदन दे कर कार्रवाई की मांग की है।

इधर वनरक्षी राजेंद्र कुमार ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है और उन्होंने कहा कि नियम संगत कार्रवाई की गई है।