सराक जैन समाज सामाजिक सद्भाव का पक्षधर : अभय चरण

शिखरजी में झारखंड सराक जैन संघ की बैठक संपन्न

गिरिडीह। शिखरजी मधुबन के सराक भवन में झारखंड सराक जैन संघ’ की बैठक हुई। जिसमें झारखंड के विभिन्न जिलों से सराक जैन समाज के सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में झारखंड में सराक समाज की सामाजिक पहचान को मान्यता दिलाने हेतु विभिन्न स्तर पर कार्य करने का निर्णय लिया गया। समाज की विभिन्न वांछित मांगों को लेकर संघ के माध्यम से सरकार से लगातार संवाद करने का सर्वसम्मत फैसला भी लिया गया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे अभयचरण माजी ने कहा कि सराक समाज झारखंड का प्राचीन मूलवासी जैन समुदाय है। लेकिन यह अल्पसख्यक समाज सरकार की निगाह में उपेक्षित है। उन्होंने कहा कि इस पहचान की संकट को दूर करने के लिए समाज को सामूहिक रूप से आवाज बुलन्द करना होगा। इसी कड़ी में संघ की ओर से मुख्यमंत्री, स्थानीय विधायक और प्रशासनिक पदाधिकारियों को पत्र देने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
शिखरजी मसले पर सराक समाज हर समुदाय की आस्था का सम्मान करने और सामाजिक सद्भाव का पक्षधर है। सराक समाज भगवान महावीर की अमर वाणी जीओ और जीने दो पर विश्वास करता है।
बैठक में झारखंड सराक जैन संघ की नई केंद्रीय कमिटी का गठन किया गया। सर्वसम्मति से रीतेश सराक को संयोजक, अभयचरण माजी, सुदर्शन माजी एवं असीम माजी को सह संयोजक, संजय कुमार माजी को मुख्य कोष प्रभारी, लोकेश माजी, वृंदावन माजी, काजल राय, तापस कुमार माजी और मनोरंजन माजी को सदस्य के रूप में चयनित किया गया।