गावां : गावां थाना क्षेत्र के डुमरझारा सहित एक दो इलाकों में गावां व लोकाय नयनपुर थाना पुलिस ने संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान गावां थाना प्रभारी द्वारा बताए अनुसार 4 भट्ठियों में तोड़ फोड़ भी किया गया। किंतु वास्तिविकता में डुमरझारा, गाढीसांख, दुधपनिया, राजोखार व लोढ़ियाटांड़ समेत कई इलाकों में दर्जनों से अधिक शराब भट्ठियों संचालित है और धडल्ले से इसे गावां, तिसरी व बिहार में खपाया जा रहा है। रविवार को इसी संदर्भ में जब गावां व लोकाय पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही की गई तो सिर्फ 4 भट्ठियों में तोड़ फोड़ किया गया। वहीं सभी शराब निर्माता भागने में सफल रहे। लोगों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग ने सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए ये कार्रवाई की है। वहीं शराब निर्माताओं ने इस बात को स्वीकारते हुए कहा कि हमारे और पुलिस के बीच में सामंजस्य स्थापित है जिसके कारण हम पर कोई कार्यवाही नहीं हुआ है।
इस संबंध में जब गावां थाना प्रभारी पिंटू कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 4 शराब भट्ठियों में छापेमारी अभियान चलाया गया है और इस दौरान मौके पर मिले दर्जनों जावा महुआ से भरे ड्रम को विनष्ट किया गया है। उनसे जब लोगों के बीच कुछ शराब निर्माताओं के गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ये गलत है जब तक वे छापेमारी के लिए पहुंचे तब तक सभी लोग शराब भट्ठियों को छोड़ भाग चुके थे। इसके अलावा उन्होंने किसी पर भी कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करने की बात कही है। कहा कि प्राथमिकी दर्ज के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा कार्यवाही में असमर्थता को देखते हुए ये कहना बिलकुल गलत नहीं होगा कि इस बार भी सिर्फ कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति हुई है। क्योंकि दर्जनों से अधिक शराब भट्टी अभी भी धडल्ले से संचालित है। ऐसे में सवाल लोगों के मन में यह भी है कि आखिर पुलिस कार्यवाही करने में क्यों असमर्थ है और क्यों बार बार वे शराब माफियाओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जेल क्यों नहीं भेज रही है।
एक भी शराब माफियाओं को अभीतक जेल नहीं भेजा गया है
हर बार अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी होती है, लेकिन शराब माफियाओं के खिलाफ कोई कड़ा एक्शन नहीं लिया जाता है। जिससे इन शराब माफियाओं का मनोबल बढ़ जाता है।
रिपोर्टर : सागर गुप्ता