एंबुलेंस नहीं मिलने पर मरीज की हुई मौत

गावां : निवासी उषा देवी उम्र 55 वर्ष पति स्व भागवत मिस्त्री की सोमवार की शाम सांस फूलने लगी जिसके बाद उनके पुत्र ने 108 एंबुलेंस के लिए फोन लगाया लेकिन एंबुलेंस व्यस्त रहने पर एंबुलेस की सुविधा नहीं उन्हें मिल पाया। जिसके तुरंत बाद उन्होंने आनन फानन में मरीज को बाइक पर बैठाकर गावां सीएचसी लेकर गए जहां डॉक्टर हबीबुल्लाह खान ने मरीज को देखते ही मृत घोषित कर दिया। इस बाबत मृतक के पुत्र पंकज विश्वकर्मा ने कहा की अगर समय पर एंबुलेस की सुविधा मिल जाती तो मेरी मां की मौत नहीं होती, शव ले जाने के लिए विधायक मंद से मिले एंबुलेस की मांग की तो डॉक्टर हबीबुल्लाह खान ने कहा की विधायक मंद से मिले एंबुलेंस में दवा लोड है। हॉस्पिटल से शव ले जाने के लिए कोई वाहन की सुविधा नहीं दी जाती है। जिसके बाद किसी तरह बाइक पर बैठा कर शव को घर लाया हूं।
इधर, सूचना पर पहुंचे माले नेता पवन चौधरी ने कहा पूर्व विधायक राजकुमार यादव के द्वारा मरीजों को लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा दी गई है इसके बावजूद भी लोगों को इसकी सुविधा नहीं मिल पा रही है। कहा की गावां सीएससी के डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से एंबुलेंस का दवा लाने ले जाने और बाजार में घूमने लिए उपयोग में लाया जा रहा है जो सरासर गलत है उन्होंने कहा की इस प्रकार की लापरवाही यहां की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।

 

इस सम्बंध में पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रमोहन कुमार ने कहा कि हमें इस मामले की जानकारी नहीं है। मानवता के आधार पर भी शव ले जाने को वाहन मुहैया कराया जाना चाहिए था। अगर हमें कॉल कर वाहन मांगा जाता, तो जरूर वाहन मुहैया करवाते। हालांकि ऑन ड्यूटी चिकित्सक द्वारा शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस क्यों नहीं दिया गया। इस सवाल पर वे कोई ठोस जवाब नहीं दिए।