हत्या : पिता को जान गंवा कर चुकानी पड़ी बेटे के लिए कर्ज की कीमत

गिरिडीह : कोरोना महामारी में लगे लॉकडाउन के समय बेटे के लिए कर्ज की कीमत एक पिता को जान देकर चुकानी पड़ी। मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बंदरकुप्पी का है। जहां 50 हजार कर्ज में महज 15 हजार रूपया बकाया रह जाने के कारण एक पिता की हत्या कर दी गई। मृतक 55 वर्षीय बासुदेव साव था।

मिली जानकारी के अनुसार मृतक बासुदेव साव ठेले पर गोलगप्पे बेच कर अपना जीविकोपार्जन किया करता था।

घटना को लेकर मृतक की पत्नी सुनीता देवी ने बताया कि मृतक बासुदेव साव के पुत्र सुजीत साव ने 50 हजार रुपए कर्ज लिया था। वहीं ब्याज के साथ 35 हजार रुपए वापस लौटा चुका था। अब 15 हजार की बकाया रह गया था। वहीं इन रुपयों को लौटने के लिए बासुदेव को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था।

इसी बीच गुरुवार की शाम बासुदेव गोलगप्पा बेचकर लौट रहा था उस समय अजीत पांडेय, प्रभाकर पांडेय, डीलो साव आदि उसे घेर पैसे की मांग करने लगे। बासुदेव ने बेटे के आने पर पैसे वापस करने की बात कही। इसी बीच अजीत पांडेय ने उसपर हमला कर दिया। हमले में बासुदेव ज़मीन पर गिर गया । इसके बाद मामले को दबाने की कोशिश की गई मगर बासुदेव की हालत बिगड़ने लगी और फिर उसे सदर अस्पताल लाया गया जहां आधे घंटे वह अस्पताल परिसर में पड़ा रहा हो हल्ला पर चिकित्सक उसे देखने पहुंचे और मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पुलिस मामले की जांच कर आरोपियों को ढूंढ रही है। वहीं सदर अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।