जसपुर में मनाया गया हूल दिवस, आदिवासियों की संघर्ष गाथा और उनके बलिदान को किया गया याद

गिरिडीह : आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ जम के लड़ने वाले आदिवासियों की संघर्ष गाथा और उनके बलिदान को याद करने का दिन हूल दिवस गिरिडीह जिले के अलग अलग हिस्सों में मनाया गया. हूल दिवस को लेकर गिरिडीह में मुख्य कार्यक्रम सदर प्रखंड के जसपुर स्थित फूलों झानो चौक पर झामुमो प्रखंड समिति पूर्वी भाग द्वारा प्रखंड अध्यक्ष प्रधान मुर्मू के नेतृत्व में आयोजित किया गया.

कार्यक्रम में मुख्य रूप से गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह, कौलेश्वर सोरेन, राजू तुरी, जीतन मरांडी, दिलीप रजक, प्रदोष कुमार, तेजलाल मंडल, हरिलाल मरांडी, रामेश्वर सोरेन, खूबलाल दास, रॉकी सिंह, राकेश सिंह टुन्ना, नरेश कोल्ह, अनिल कंधवे, सुमित कुमार, सईद अख्तर, अशोक राम, नारायण दास, हारून जी, सुरेन मुर्मू, श्यामलाल मुर्मू, योगेंद्र सिंह, जीतन सोरेन, गोपाल शर्मा, अभय सिंह आदि के अलावा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एवं स्थानीय झामुमो कार्यकर्त्ता उपस्थित थे.

मौके पर पहुंचे सभी लोगों का स्वागत पारंपरिक आदिवासी नृत्य और मांदर के थाप पर किया गया. इसके बाद उपस्थित सभी ने सिद्धू कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और श्रधांजली अर्पित की.

मौके पर सभा को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि सिद्धू कान्हू, चांद भैरव और फूलों झानो जैसे महान क्रांतिकारी ने जिस तरह अपना खून बहाकर, कुर्बानी देकर ये हीरा झारखंड हमे सौंपा है हमे भी इसे और ज्यादा विकसित कर अपने आनेवाली पीढ़ी को सौंपना है.